इम्फाल। मणिपुर में चूड़ाचंदपुर जिले के सेहकेन गांव के पास शनिवार को संदिग्ध उग्रवादियों ने घात लगाकर हमला किया, जिसमें 46 असम राइफल्स (एआर) के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल विप्लव त्रिपाठी सहित पांच जवान शहीद हो गए तथा दो अन्य लोगों की मौत हो गयी। मृतकों में सीओ की पत्नी और उनका आठ साल का पुत्र शामिल है। पुलिस ने बताया कि यह घटना देहेंग से तीन किलोमीटर दूर घटित हुई। राज्य के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने सेहकेन गांव में हुए इस नरसंहार की निंदा की है।
उन्होंने ट्वीट कर कहा, “46 एआर के काफिले पर कायराना हमले की कड़ी निंदा करता हूँ, जिसमें आज सीसीपुर में सीओ और उनके परिवार सहित कुछ जवानों की मौत हो गई है। राज्य बल और अर्धसैनिक पहले से ही उग्रवादियों की तलाश कर रहे हैं।अपराधियों को कानून के तहत सजा दिलाई जाएगी।” असम राइफल्स के महानिदेशक और सभी शीर्ष अधिकारियों ने इस घटना की निंदा की है तथा शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
महाराष्ट्र: त्रिपुरा हिंसा के विरोध मामले में 20 प्राथमिकी दर्ज
त्रिपुरा में साम्प्रदायिक हिंसा के विरोध में महाराष्ट्र के पांच जिलों में हुई रैलियों में पथराव की घटना के संबंध में कम से कम 20 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं और 20 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी। शुक्रवार को कुछ मुस्लिम संगठनों द्वारा निकाली गई रैलियों के दौरान पथराव की घटनाएं मुख्य रूप से अमरावती, मालेगांव और नांदेड़ शहर में हुई थीं। अधिकारियों ने कहा था कि पूर्वी महाराष्ट्र के अमरावती शहर में एक ज्ञापन देने के लिए जिलाधिकारी कार्यालय के बाहर आठ हजार से अधिक लोग इकट्ठा हो गए।
इस ज्ञापन में अल्पसंख्यक समुदाय के खिलाफ अत्याचार को रोकने की मांग की गई थी। जब लोग ज्ञापन सौंप कर निकल रहे थे तब कोतवाली पुलिस थाने के अंतर्गत चित्रा चौक और कॉटन मार्केट के बीच तीन स्थानों पर पथराव हुआ। एक अधिकारी ने बताया कि कोतवाली थाना पुलिस ने दंगे सहित विभिन्न आरोपों में 11 मामले दर्ज किए हैं और दस लोगों को गिरफ्तार किया है।
उन्होंने बताया कि किसी अप्रिय स्थिति से बचने के लिए अमरावती में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है, स्थिति अब सामान्य है। मालेगांव में भी शुक्रवार दोपहर विरोध मार्च के दौरान पथराव हुआ। पुलिस ने बताया कि भीड़ को तितर बितर करने के लिए लाठियां चलानी पड़ीं, घटना में पुलिस का एक वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गया। मालेगांव में कम से कम दस पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। उन्होंने बताया कि तीन प्राथमिकी दर्ज की गईं हैं और दस लोगों को गिरफ्तार किया गया है।