National Desk : उड़ीसा और आंध्रप्रदेश को 600 करोड़ अग्रिम, बंगाल को 400 करोड़ क्यों? आज की बैठक में अमित शाह से ममता ने किया सवाल।
ममता बनर्जी ‘यास’ से मुकाबला करने के लिए केंद की राज्यों को ‘अग्रिम’ राशि के बटवारे की घोषणा से खुश नहीं हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘बंगाल – आंध्र प्रदेश और उड़ीसा से भी बड़ा राज्य है और आबादी भी अधिक है, इसके बावजूद बंगाल को कम अग्रिम भुगतान किया जा रहा है। बंगाल को केंद्रीय राशि से बार-बार वंचित क्यों किया जा रहा है?
चक्रवात यास पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोमवार को उड़ीसा, आंध्र प्रदेश और बंगाल के मुख्यमंत्रियों के साथ वर्चुअल बैठक की। दोपहर में नवान्न में एक संवाददाता सम्मेलन में बोलते हुए, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, “आज सुबह अमित शाह बाबू ने उड़ीसा, आंध्र प्रदेश और बंगाल को लेकर एक बैठक की थी।
उन्होंने उस बैठक में यास से प्रभावित होने वाले राज्यों को सहयोग का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि वह अग्रिम भुगतान करेंगे। जिसका भुगतान वे राज्य से प्राप्त राशि द्वारा ही करेंगे। जो रुपया वे हमारे यहाँ से ही लेकर जाते हैं।
उड़ीसा और आंध्र प्रदेश को 600 करोड़ दिए जा रहे हैं, जबकि बंगाल को 400 करोड़। मैंने बैठक में कहा है कि बंगाल उड़ीसा और आंध्र प्रदेश से बहुत बड़ा राज्य है। मेरा कहना है कि इतने बड़े राज्य, इतने जिले, इतनी आबादी होने के बावजूद हमें बार-बार क्यों वंचित किया जा रहा है?”
ममता बनर्जी ने शिकायत की कि केंद्रीय टीम ने अम्फन के वक्त भी नुकसान का जायजा लिया था, लेकिन हमें एक रुपये की भी सहायता राशि नहीं मिली थी। उनके शब्दों में, “हमें अपना रुपया क्यों नहीं मिल रहा है? मछली के तेल में मछली तली जा रही है। हमारे ही रुपये से 1000 करोड़ रुपए एडवांस में दिए गए। बुलबुल में भी नहीं मिला, अम्फन में भी नहीं मिला, कोविड में भी नहीं मिला। अब एक और तूफान आ रहा है।”