कोलकाता। शिवसेना सांसद संजय राउत ने दावा किया है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कांग्रेस को छोड़कर विपक्ष का गठबंधन बनाने के लिए सोच रही हैं। राऊत ने कहा कि ममता फिलहाल देश के राजनीतिक घटनाक्रमों का जायजा ले रही हैं। इसके पहले मुंबई दौरे के समय ममता ने कहा था कि कांग्रेस के नेतृत्व वाला यूपीए अब नहीं है। रविवार को शिवसेना के मुखपत्र सामना के साप्ताहिक स्तंभ रोखठोक में राऊत ने कहा कि ममता की पार्टी टीएमसी महाराष्ट्र में चुनाव नहीं लड़ेगी।
राउत ने कहा कि बीते सप्ताह में ममता ने हमसे मुलाकात के दौरान कहा था कि वह महाराष्ट्र में चुनाव नहीं लडेंगीं। क्योंकि महाराष्ट्र में शिवसेना और राकांपा मजबूती के साथ खड़ी है। वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता तथा पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण ने पुणे में कहा कि यदि ममता की कोई राजनीतिक महत्वाकांक्षा है तो उसमें कुछ लगत नहीं है। लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को हराने के लिए विपक्ष के सभी दलों को एकजुट होना चाहिए। ममता को विपक्ष की एकजुटता को तोड़ने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।
चव्हाण ने कहा कि कांग्रेस के बिना विपक्ष का गठबंधन नहीं बन सकता है। यदि कांग्रेस को छोड़कर गठबंधन बनाया भी गया तो वह सफल नहीं हो पाएगा। मुझे उम्मीद है कि ममता विपक्ष के सभी दलों को साथ लेकर चलेंगी। दूसरी ओर राउत ने बताया कि ममता ने प्रदेश के पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे से मुलाकात के दौरान पर्यटन के बारे में चर्चा की थी। आदित्य ने कहा कि लाल, बाल, पाल देश का त्रिशूल आजादी की लड़ाई में था। महाराष्ट्र के बाल गंगाधर तिलक और बंगाल के बिपिनचंद्र पाल उस त्रिशूल के दो भाले हैं।
दोनों राज्यों के बीच लाल, बाल, पाल के उपलक्ष्य में ऐतिहासिक पर्यटन योजना बनाई जा सकती है। इससे दोनों राज्यों की नई पीढ़ी को भी इतिहास की जानकारी मिल सकेगी। इस प्रस्ताव को ममता ने स्वीकार कर लिया। ममता का कहना था कि पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र दोनों प्रदेशों के बीच पर्यटन का आदान-प्रदान बढ़ना चाहिए। पश्चिम बंगाल के सुंदरबन टाइगर रिजर्व की ओर महाराष्ट्र के पर्यटकों का प्रवाह और बढ़ना चाहिए। ममता ने आदित्य को दिसंबर में कोलकाता में आयोजित होने वाले फिल्म महोत्सव में प्रमुख अतिथि के रूप में आने का निमंत्रण दिया। जिसके लिए आदित्य ने सहमति दी है।