मालदा। नवजात की मौत को लेकर परिजनों ने नर्सिंग होम में जमकर तोड़फोड़ की। शुक्रवार की देर रात मालदा के चांचल शहर के नर्सिंग होम परिसर में हुई इस घटना से आसपास सनसनी फैल गयी। नर्सिंग होम में तोड़फोड़ और प्रदर्शन की सूचना पाकर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस के हस्तक्षेप से स्थिति नियंत्रण में आयी। एक तरफ इलाज में लापरवाही से बच्चे की मौत। दूसरी ओर नर्सिंग होम में तोड़फोड़ की गयी। पूरी घटना को लेकर दोनों पक्षों ने थाने में लिखित शिकायत दर्ज करायी है।
पुलिस और स्थानीय सूत्रों के अनुसार, चांचल थाना क्षेत्र के खरबा ग्राम पंचायत के दुर्गापुर गांव निवासी सीमा परवीन को प्रसव पीड़ा होने पर बुधवार 6 सितंबर को चांचल शहर के एक नर्सिंग होम में भर्ती कराया गया था। उस रात गृहिणी ने सीजेरियन सेक्शन से एक बेटी को जन्म दिया लेकिन शुक्रवार सुबह से अचानक नवजात को बुखार शुरू हो गया। इसके साथ सांस लेने में तकलीफ भी होती रही।
शुक्रवार की देर रात परिजनों को नवजात की मौत की सूचना दी गयी और फिर मृत बच्चे के परिवार के ग्रामीण उग्र हो गये। इसके बाद कथित तौर पर चिकित्सकीय लापरवाही का आरोप लगाकर नर्सिंग होम में तोड़फोड़ की गयी। मृत बच्ची की मौसी जहांआरा बीबी ने बताया कि बच्ची को शुक्रवार से लगातार बुखार आ रहा था लेकिन नर्सिंग होम के अधिकारियों को बताने पर भी हमें कोई सेवा नहीं मिली। बच्ची का बुखार बहुत तेज था।
हमने बेहतर चिकित्सा सेवाओं की मांग की लेकिन उन्हें कोई परवाह नहीं थी। देर रात हमें सांस लेने में दिक्कत और बुखार के कारण इस बच्ची की शारीरिक स्थिति बिगड़ने की जानकारी मिली और कुछ ही देर में बच्चे की मौत हो गई। इस घटना में नर्सिंग होम के अधिकारियों की घोर लापरवाही है। इसकी शिकायत पुलिस से की गई है।
दूसरी ओर नर्सिंग होम के प्रबंधक मोहम्मद हबीब ने बताया कि जन्म के बाद से ही बच्ची की शारीरिक स्थिति ठीक नहीं थी लेकिन हमने बच्चे को स्वस्थ रखने की पूरी कोशिश की।’ सभी प्रकार की चिकित्सा सेवाएँ प्रदान की जाती हैं। सांस की समस्या के कारण आख़िरकार बच्चे को बचाया नहीं जा सका। इस मामले में कोई चिकित्सकीय कदाचार नहीं हुआ।