मालदा। मालदा के माणिकचक घाट पर जल कर का नाम जबरन पैसे वसूलने का आरोप सामने आया है। 20 से 30 फीसदी जल कर लिया जा रहा है नहीं देने पर विभिन्न प्रकार से डराया धमकाया जा रहा है। माणिकचक के मछुआरों ने जिला व ब्लॉक प्रशासन को लिखित शिकायत की है। जहां सरकारी गाइडलाइंस है कि गंगा नदी में मछली पकड़ने पर कोई टैक्स नहीं लिया जा सकता है। वहां मालदा के माणिकचक गंगा घाट पर आरोप है कि सरकारी दिशा-निर्देशों की अवहेलना कर दलालों का एक वर्ग मछुआरों से रंगदारी वसूल रहा है। आरोप है कि पैसे नहीं देने पर उन्हें धमकी दी जा रही है।
मछुआरों ने इसकी शिकायत प्रखंड प्रशासन से लेकर जिलाधिकारी को भी कर दी है। भाजपा नेता गौर चंद्र मंडल ने कहा कि अगर रंगदारी वसूलना बंद नहीं किया गया तो मछुआरों को लेकर भारतीय जनता पार्टी आंदोलन शुरू करेंगी। उधर, तृणमूल विधायक सावित्री मित्रा ने कहा कि गंगा में मछली पकड़ने पर कोई जल कर नहीं लिया जाता है। जो लोग गंगा के लिए 20 से 30 रुपये की दर से जल कर वसूल रहे हैं, वे अवैध कार्य कर रहे हैं। मैं इसकी जानकारी प्रखंड प्रशासन को दूंगी।
पंचानन महतो नाम का शख्स कथित तौर पर मछुआरों से जल कर वसूल रहा है। हालांकि आरोपी पंचानन महतो का दावा किया है कि मैंने घाट को सरकारी नीलामी में 11 लाख 51 हजार 999 रुपये लिए हैं, मेरे पास जल कर संग्रह का वैध दस्तावेज है। उसी हिसाब से हम मछुआरों से वाटर टैक्स ले रहे हैं। इस संबंध में मालदा के जिलाधिकारी नितिन सिंघानिया ने कहा कि गंगा में मछली पकड़ने के लिए मछुआरे कोई टैक्स नहीं देंगे। अगर कोई करता है तो उसके खिलाफ कानून के मुताबिक कार्रवाई की जाएगी।