कोलकाता। शुक्रवार को कलकत्ता विश्वविद्यालय के सामने कॉलेज स्क्वायर पार्क में विद्यासागर कॉलेज फॉर वूमेन के हिंदी विभाग एवं इलेक्टोरल लिटरेसी क्लब के संयुक्त तत्वावधान में “मतदान” नामक नुक्कड़ नाटक का आयोजन किया गया। हिंदी विभाग और राजनीति विज्ञान विभाग की छात्राओं ने मिलकर बड़े उत्साह से सशक्त अंदाज में इस नुक्कड़ नाटक को जनगण के सामने प्रस्तुत किया। नाटक का मुख्य उद्देश्य युवावर्ग में मतदान के प्रति जागरूकता उत्पन्न करते हुए समाज में अपने वयस्क होने के अधिकार और दायित्व की समझ पैदा करना था।
युवा छात्राओं ने बड़े जोश से सत्ता, नेता और जनता पर विभिन्न व्यंगों के माध्यम से अपनी बात रखी। इस अभियान के तहत मतदाताओं को जागरूकता का संदेश दिया गया। इस नाटक का उद्देश्य यह था कि अधिक से अधिक लोग मतदान करने लोकतंत्र को और मजबूत कर सके और मतदान करने में किसी को पीछे नहीं रहना चाहिए, विचारशील मतदान से ही शासन के तरीके को बदला जा सकता है और बिना किसी प्रलोभन में आए अपने मत का सही उपयोग करने और ‘वोट हमारा अधिकार है’, ‘ हर एक वोट जरूरी है ‘ के प्रति जागरूक किया गया।
इस नुक्कड़ नाटक का संचालन एवं मंचन हिंदी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. आसिफ़ आलम के अथक प्रयत्न से संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में हिंदी विभाग से प्रो. डॉ सूफिया यास्मिन, प्रो. डॉ मधु मिश्रा, प्रो. डॉ रुद्राक्षा पांडेय, राजनीति विज्ञान विभाग से प्रो. अर्नब, प्रो. अनुश्री , फिल्म स्टडीज विभाग से प्रो. राज तथा समाज शास्त्र विभाग से प्रो. मौसमी और अनेक छात्राएं उपस्थित थीं । प्रो. मधु मिश्रा ने इस नुक्कड़ नाटक में प्रर्दशित नेताओं की क्षेत्रीय प्रवृत्ति में बिहार, बंगाल और उत्तर प्रदेश के प्रभाव को इंगित किया।
प्रो. सूफिया यास्मिन ने मतदान के प्रति युवा छात्राओं की जागरुकता की सराहना की। प्रो. रुद्राक्षा पांडेय एवं प्रो. अनुश्री ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से मतदान के लिए युवाओं के दायित्व बोध के लिए इसे एक सशक्त कदम बताया। कार्यक्रम के पश्चात उपस्थित जनसमूह ने छात्राओं के उत्साह की सराहना करते हुए भविष्य में ऐसे और नुक्कड़ नाटकों की अपेक्षा अभिव्यक्त की। कार्यक्रम का सफल आयोजन महाविद्यालय की प्राचार्या प्रो. डॉ सुतपा राय और हिंदी विभागाध्यक्ष प्रो डॉ. आसिफ़ आलम के अथक प्रयास से संपन्न हुआ।
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