कोलकाता। पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के मेडिका सुपरस्पेशल्टी अस्पताल ने 16 साल के बच्चे का फेफड़ा ट्रांसप्लांट कर इतिहास रचा है। अस्पताल के कार्डियक सर्जरी विभाग के वरिष्ठ डॉ कुणाल सरकार, दीपांजन चटर्जी और अन्य डॉक्टरों की निगरानी में लॉन्ग ट्रांसप्लांट किया गया है। डॉ कुणाल ने शनिवार शनिवार को बताया कि पश्चिम बंगाल के बारासात के रहने वाले 16 साल के स्वप्निल विश्वास को 27 अप्रैल को अस्पताल में भर्ती किया गया था। गलती से उसने एक कीटनाशक पी लिया था।
जिसके बाद उसका फेफड़ा पूरी तरह से खत्म हो गया था। उसे बचाने के लिए लगातार केमो सपोर्ट और कई चिकित्सकीय व्यवस्थाएं की गईं लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ। इसके बाद ओडिशा के भुवनेश्वर में 41 साल के मरीज प्रसनजीत महंती के बारे में जानकारी मिली। वह ब्रेन डेड हो चुके थे और उसके पहले उन्होंने अपना फेफड़ा दान कर दिया था।
मेडिका सुपर स्पेशलिटी अस्पताल की टीम ने तत्काल उनके परिवार से संपर्क साधा और उनका फेफड़ा सुरक्षित कोलकाता लाया गया। इसके बाद बिना देरी किए फेफड़ा ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया शुरू की गई। आज 16 साल का स्वप्निल नया जीवन पा चुका है। डॉक्टर दीपांजन ने बताया कि ट्रांसप्लांट के बाद उसकी हालत में उल्लेखनीय तौर पर सुधार हो रही है और हमें खुशी है कि वह अपनी जिंदगी जी सकेगा।