कोलकाता। कोलकाता के गरफा इलाके में मानसिक रूप से एक विक्षिप्त व्यक्ति अपनी मां के आंशिक रूप से क्षत-विक्षत शव के साथ रहते हुए पाया गया है। यह 2015 में रॉबिन्सन स्ट्रीट में हुई घटना की यादें ताजा कर रहा है। पुलिस ने यह जानकारी दी। इस घटना के सामने आने के बाद गरफा इलाके के केपी रॉय लेन में सोमवार को कोहराम मच गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने महिला के शव को अपने कब्जे में ले लिया और मौत के कारणों का पता लगाने के लिए उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया, जबकि विक्षिप्त व्यक्ति को इलाज के लिए सरकारी एसएसकेएम अस्पताल भेजा गया है।
पुलिस ने कहा कि शुरुआती जांच में पता चला है कि अरुणा डे, जो करीब 55 साल की थी, अपने बेटे कौशिक डे के साथ इस इलाके में कई सालों से रह रही थी। उनके पति संग्राम डे भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र के पूर्व कर्मचारी थे, जिनकी मृत्यु 2021 में हो गई थी और पुलिस ने इसी तरह से उनका भी शव बरामद किया था।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “हमें स्थानीय लोगों से सूचना मिली थी कि डे आवास के अंदर कोई गतिविधि नहीं हो रही है। इसके बाद हम यहां जांच के लिए पहुंचे तो हमें महिला का शव बिस्तर पर पड़ा मिला और उसका 30 वर्षीय बेटा उसके बगल में अर्ध-चेतन अवस्था में पड़ा था।” उन्होंने कहा कि महिला पिछले दो साल से लकवा से पीड़ित थी और ऐसा लगता है कि कुछ दिन पहले उसकी मौत हो गई थी।
बता दें कि जून 2015 में पुलिस ने शहर के रॉबिन्सन स्ट्रीट में एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर पार्थ डे को अपनी बहन देबजानी डे और दो पालतू कुत्तों के कंकालों के साथ रहते हुए पाया था। पुलिस को इस घटना का पता तब चला था जब वो पार्थ डे के पिता अरबिंद डे की मौत की जांच करने उसके घर पहुंची थी।