कोलकाता। कोलकाता के ईएसआई अस्पताल के अधिकारियों ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को सूचित किया है कि पश्चिम बंगाल में स्कूल में नौकरी के बदले कैश के मामले में मुख्य आरोपित सुजय कृष्ण भद्र उर्फ कालीघाट वाले काकू की मेडिकल जांच के लिए एक बोर्ड बनाने की प्रक्रिया चल रही है। हालांकि, मेडिकल बोर्ड में न्यूरोलॉजिस्ट नहीं होगा, केवल हृदय रोग विशेषज्ञ और ईएनटी विशेषज्ञ होंगे।
इससे पहले, ईएसआई अधिकारियों ने जांच एजेंसी को सूचित किया था कि न्यूरोलॉजिस्ट की कमी के कारण मेडिकल-बोर्ड का गठन नहीं किया जा सका है। एक बार जब मेडिकल बोर्ड भद्र को वॉयस टेस्ट के लिए फिट घोषित कर देता है, तो यह एक फोरेंसिक विशेषज्ञ, एक सामान्य चिकित्सक और एक स्वतंत्र गवाह की उपस्थिति में आयोजित किया जाएगा।
सूत्रों ने कहा कि कोलकाता की विशेष अदालत द्वारा न्यूरोलॉजिस्ट के बिना मेडिकल बोर्ड के गठन को मंजूरी देने के बाद इसके गठन की जटिलताएं दूर हो गईं हैं। अगस्त में अपनी बाईपास सर्जरी के बाद से भद्र वर्तमान में कोलकाता के सरकारी एसएसकेएम मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भर्ती हैं।
ईडी के अधिकारियों ने बार-बार अस्पताल अधिकारियों पर काकू की आवाज का नमूना परीक्षण करने में असहयोग करने का आरोप लगाया है। 31 दिसंबर तक मामले की जांच खत्म करने के कलकत्ता उच्च न्यायालय के निर्देश के बाद परीक्षण अनिवार्य हो गया है।
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