कोलकाता : दुर्गा पूजा में उमड़ी भीड़ के बाद पश्चिम बंगाल में लगातार कोरोना का ग्राफ बढ़ रहा है। सबसे चिंता की बात यह है कि गुरुवार को कोलकाता में 260 लोग संक्रमित हुए हैं। इनमें 163 लोगों ने कोरोना वैक्सीन की दोनों डोज ले रखी थी। डेंगू से हुई 1 महिला की हुई मौत।
पूरे देश में कोरोना वैक्सीन की 100 करोड़ डोज पूरे होने से एक ओर लोगों में उत्साह है, तो दूसरी ओर पूजा में उमड़ी भीड़ के बाद पश्चिम बंगाल में कोरोना का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। कोलकाता में पिछले 24 घंटे में 260 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं। इनमें से कोरोना वैक्सीन की दोनो डोज लेने के बावजूद कोरोना प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने के कारण 163 लोग संक्रमित हुए हैं। कुल 260 लोगों में से लगभग 60 फीसदी कोरोना वैक्सीन की दोनो डोज लेने के बावजूद संक्रमित हुए हैं। इस बीच दक्षिण कोलकाता के बेहला इलाके में डेंगू से एक महिला की मौत की सूचना है। इससे कोलकाता नगर निगम की चिंता और भी बढ़ गई है।
प्राप्त सूचना के अनुसार बेहला के वार्ड 116 में एक महिला की डेंगू से मौत हो गई है। इतना ही नहीं इस वार्ड के एक से अधिक घर में बुखार से पीड़ित हैं। कोलकाता नगर पालिका के वार्ड 116 का कालाबागान का इलाका है। स्थानीय लोगों के मुताबिक यहां पूजा से पहले ही डेंगू के कारण लोग बुखार से पीड़ित हैं।
कोलकाता ने दुर्गा पूजा में कोविड नियमों का पालन किए बिना बेलगाम घूमने का असर दिखने लगा है। पिछले पांच दिनों में कोरोना संक्रमण के आंकड़े लगभग दोगुने हो गये हैं। मंगलवार को कोलकाता में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या 244 थी, जिनमें से 132 लोग कोरोना वैक्सीन की दोनो खुराक लेने के बावजूद संक्रमित हुए हैं। पिछले 24 घंटे में नगर निगम को रात में मिली रिपोर्ट से पता चलता है कि कोरोना के संक्रमण के मामलों की संख्या में वृद्धि हुई है। कोलकाता नगर निगम के अनुसार गुरुवार को पीड़ितों की संख्या 260 थी। इनमें से 163 ने वैक्सीन की दोनो खुराक ली थी।
कोरोना की पहली लहर में बंगाल के अंदर बीते साल 22 अक्टूबर को सबसे ज्यादा 4 हजार 157 केस दर्ज किए गए थे। वहीं कोरोना की दूसरी लहर में बंगाल के अंदर सबसे ज्यादा 20 हजार 846 केस इस साल 14 मई को सामने आए थे। 16 अक्टूबर को जहां बंगाल में कोरोना के 443 नए मामले आए थे, तो वहीं पिछले पांच दिनों में यह आंकड़ा लगभग दोगुना हो गया है। बुधवार को बंगाल में कोविड-19 के 867 नए केस दर्ज किए हैं। पॉजिटिविटी रेट में भी तेजी से उछाल देखा गया है। यह 20 अगस्त को जहां 1.6 फीसदी ही थी तो वहीं 20 सितंबर को 1.9 फीसदी और 20 अक्टूबर को 2.4 फीसदी तक पहुंच गया है।