भवानीपुर कॉलेज में नॉकआउट 2.0 : इंटर कॉलेज बॉक्सिंग शो डाउन का आयोजन

कोलकाता। लड़ाकू खेलों में नॉकआउट टूर्नामेंट की परंपरा बहुत पुरानी है। इन टूर्नामेंटों ने कुछ सबसे यादगार और प्रतिष्ठित क्षण पैदा किए हैं। मुक्केबाजी के इतिहास में खेल की उपलब्धियों और समृद्ध इतिहास को स्वीकार करना, नवाचार और विकास को अपनाते हुए, 16 फरवरी 2024 को भवानीपुर एजुकेशन सोसाइटी कॉलेज ने, रियो डी जनेरियो के सहयोग से, नॉकआउट 2.0 चैंपियनशिप का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम सुबह 11.00 बजे कॉलेज टर्फ पर कॉलेज द्वारा स्थापित एक शानदार बॉक्सिंग रिंग में शुरू हुआ। भारतीय शतरंज मुक्केबाजी संगठन के अध्यक्ष मोंटू दास एवं भारतीय शतरंज मुक्केबाजी संगठन के महासचिव प्रदीप मारिक की गरिमामयी उपस्थिति रही। कार्यक्रम के उद्घाटन पर कॉलेज के मानद ट्रस्टियों में से एक जीतू शाह द्वारा कॉलेज के खेल अधिकारियों रूपेश गांधी की उपस्थिति में अभिनंदन प्राप्त किया गया। 3 बार के अंतर्राष्ट्रीय पदक विजेता और कॉलेज के पूर्व छात्र आशुतोष झा को भी कार्यक्रम के आयोजन में उनके योगदान के लिए सम्मानित किया गया।

टूर्नामेंट में भाग लेने वाले लगभग 24 कॉलेज थे और प्रत्येक प्रतिभागी को अंततः उसके अनुसार समूहीकृत किया गया। उनके वजन के अनुसार जो उन विरोधियों के खिलाफ लड़ने के लिए आवश्यक है जो या तो निकटतम थे या उनका वज़न भी उनके जैसा ही था। उन्हें तीन राउंड खेलने के लिए स्थापित किया गया था, प्रत्येक तीन मिनट तक चलने वाला, पर्याप्त दूरी पर। प्रतिभागी विभिन्न प्रकार की वजन श्रेणियों में से चुन सकते थे, जो पचपन किलोग्राम से शुरू होती थी और एक क्विंटल तक जाती थी। प्रतियोगिता की योजना विशेषज्ञ रूप से बनाई गई थी, जिसमें प्रायोजक, एएमआरआई अस्पतालों के डॉक्टरों का प्रावधान शामिल था और प्रत्येक प्रतिभागी को उसके बाद जलपान दिया गया था।

मेल खाता है “कॉलेज के राजा” और “कॉलेज की रानी” नामक एक विशेष प्रतियोगिता में चार वजन श्रेणियां शामिल थीं : सीनियर लड़के – 60 किग्रा और सीनियर लड़के – कॉलेज के राजा के लिए 85 किग्रा और सीनियर लड़कियां – 65 किग्रा और सीनियर लड़कियाँ – कॉलेज की रानी के लिए 70 किग्रा.।

सुमित कुमार भवानीपुर एजुकेशन सोसाइटी कॉलेज के शर्मा ने – 60 किग्रा वर्ग में कॉलेज के राजा का खिताब जीता, जबकि अताऊर रहमान – 85 किग्रा वर्ग में श्यामा प्रसाद कॉलेज से किंग ऑफ द रिंग के रूप में विजयी हुए। भवानीपुर एजुकेशन सोसाइटी कॉलेज का प्रतिनिधित्व करने वाली दो बार की अंतरराष्ट्रीय पदक विजेता ख़ुशी लाकड़ा को सीनियर गर्ल्स – 65 किग्रा वर्ग में कॉलेज की रानी के खिताब से नवाजा गया। इसके अलावा श्री शिक्षायतन कॉलेज की जरीन खान ने सीनियर गर्ल्स – 70 किलोग्राम वर्ग में कॉलेज की रानी का खिताब जीता।

विभिन्न श्रेणियों के विजेता थे : श्रेणी : 55 किग्रा सीनियर बालक, स्वर्ण – नूरइलाही श्यामा प्रसाद कॉलेज, रजत – नाइफ हुसैन सेवनारायण रमेश्वर फतेपुरिया कॉलेज, कांस्य – समीम शेख जी.डी. कॉलेज, कांस्य निखिल कुमार दुबे डीबीईएससी। श्रेणी : 60 किग्रा सीनियर बालक स्वर्ण – किंगशुक साहा न्यू अलीपुर कॉलेज, चांदी – रूद्र रक्षेल, कांस्य – आनंद हेला शिबपुर दीनबंधु कॉलेज, कांस्य – अब्दुल हरीश BESC, श्रेणी : 65 किग्रा सीनियर बालक गोल्ड – बीईएससी से सुमित कुमार शर्मा, रजत – आईएमयू से अनहद, कांस्य – बीईएससी से अनुभव जैन, कांस्य – ए.जे.सी. बोस कॉलेज से मेज़ानूर रहमान।

श्रेणी : -70 किग्रा लड़के, स्वर्ण – ए.जे.सी. बोस कॉलेज से मोहम्मद फहद ज़ेदान, रजत – ए.जे.सी. बोस कॉलेज से श्रीजीत पंडित। कांस्य – बरहमपुर कॉलेज से सुजल सिंह, श्रेणी : 75 किग्रा लड़के। स्वर्ण – बरहमपुर कॉलेज से राबिन चक्रवर्ती। रजत – बीईएससी से आदित्य प्रताप सिंह। कांस्य – बीईएससी से सिद्धार्थ।

श्रेणी : 85 किग्रा लड़के, बीईएससी से गोल्ड रोहित चौधरी, बीईएससी से रजत विक्रमादित्य शाह, श्रेणी : 85+ किग्रा लड़के, बीईएससी से गोल्ड आर्यन कुमार थापा, कलिंगा इंस्टीट्यूट ऑफ इंडस्ट्रियल टेक्नोलॉजी से सिल्वर अरुणव साहा, श्रेणी : 50 किग्रा सीनियर गर्ल्स, स्वर्ण – पी.आर.ठाकुर सरकार से दीपा बिस्वास। कॉलेज, सिल्वर – बीईएससी से आयत बानो।

श्रेणी : 55 किग्रा सीनियर गर्ल्स, स्वर्ण – बीईएससी से सानिया ओझा, श्री शिक्षायतन कॉलेज से रजत स्नेहा शॉ, जगत श्रेणी : 60 किग्रा सीनियर गर्ल्स, स्वर्ण – श्री शिक्षायतन कॉलेज से जरीन खान, रजत – सेवनारायण रमेश्वर फतेपुरिया कॉलेज से मनोवाना खातून, कांस्य – बीईएससी से महामाया कांति, कॉलेज के राजा, स्वर्ण – श्यामा प्रसाद कॉलेज से अथुर रहमान, रजत – बीईएससी से सोएब अली, कॉलेज की रानीस्वर्ण – बीईएससी से खुशी लाकड़ा, सिल्वर – मनोवारा एस.आर.एफ. से।

कॉलेज शक्तिशाली प्रतिस्पर्धियों की उपस्थिति और कुशल रेफरी द्वारा सबसे आदर्श निर्णय लिए जाने के कारण, यह आयोजन निस्संदेह एक बड़ी सफलता साबित हुआ। जैसे-जैसे खेल आगे बढ़ा, छात्रों ने अपनी बेहतरीन आत्मरक्षा चालें प्रदर्शित कीं। जिससे कॉलेज के साथी छात्रों सहित सभी दर्शकों को इस खेल को अपनाने और कुछ आत्मरक्षा चालें सीखने के लिए प्रेरित किया गया क्योंकि वे जीवन में एक व्यावहारिक आवश्यकता बन गई हैं। रिपोर्टर अब्जनी डी. हिंडोचा, फोटोग्राफर आयुष झा, प्रियांसु चटर्जी और पारस गुप्ता रहे। कार्यक्रम की जानकारी दी डॉ. वसुंधरा मिश्र ने।

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