अमितेश कुमार ओझा, खड़गपुर : पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत रेल नगरी खड़गपुर में शुक्रवार को तेलुगू भाषियों ने नाग पंचमी का पर्व मनाया। इसमें लोक आस्था के तहत महिलाओं द्वारा पेड़ के नीचे नाग देवता को पूजा जाता है। ऐसे स्थान पर जहां सांपों के बिल होने की संभावना रहती है वहां महिलाएं परंपरागत तरीके से नाग देवता की पूजा अर्चना करते हैं।
ऐसी मान्यता है कि इस पूजा से अनिष्ठ की आशंका टलती है और सर्पदंश का अंदेशा खत्म हो जाता है।
दूसरी ओर शुक्रवार से लोक आस्था का महापर्व छठ भी शुरू हो गया है। इस पर्व का समापन रविवार को उगते सूर्य को अर्घ्य देकर किया जायेगा । खड़गपुर में भी बिहार और उत्तर प्रदेश के मूल निवासी लोगो को छठ की तैयारी में व्यस्त देखा गया।
शहर के सभी छठ व्रतियों द्वारा कद्दू भात बना कर अपने आस पास के लोगो को खिलाया गया। एक छठ व्रतियों से बात करने पर उसने बताया कि आज हमलोग ने नहाय खाय के साथ इस महापर्व का शुभारम्भ किया है। दूसरे दिन खरना,तीसरे दिन संध्या अर्घ्य तथा चौथे दिन उषा अर्घ्य देकर इस महापर्व का समापन होता है।
छठ का व्रत संतान प्राप्ति की कामना, संतान की कुशलता, सुख समृद्धि के लिए किया जाता है। इसे लेकर शहर के खरीद स्थित मंदिर तालाब, चैतन्य आश्रम वह एन घाटों पर साफ सफाई का कार्य जोरों से चलता रहा।