तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर । रेलनगर कहलाने वाला खड़गपुर शहर नवरात्र को ले पुराने रंग में रंगा नजर आ रहा है। कोरोना काल के दु:स्वपन से उबर कर त्याहारों को पूरे उल्लास के साथ मनाने की छटपटाहट यहां हर तरफ दिख रही है। नवरात्र के साथ ही शहर के गली-मोहल्लों में इसकी झलक कई रोज पहले से दिखने लगी थी। हालांकि पिछले दो वर्ष इस पर कोरोना का ग्रहण लगा था। तेलुगू भाषियों के बहुतायत वाले इस शहर के 106 साल पुराने श्री सोलापुरी माता मंदिर में ‘कोत्ता’ अमावस्या व तेलुगू नववर्ष ‘उगादि’ अपूर्व उत्साह के साथ मनाया गया।
कोरोना काल के बाद पहली बार भोर से श्रद्धालुओं की इतनी भीड़ नजर आई। मां की विशेष पूजा ‘कुंभम’ के पश्चात भक्तों के बीच भोग वितरित किया गया। मंदिर प्रांगण में तेलुगू नववर्ष ‘उगादि’ भी उत्साहपूर्वक मनाया गया। जबकि शाम को सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया। इस अवसर पर उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में मुख्य अतिथि सुजय हाजरा, नपाध्यक्ष प्रदीप सरकार, देवाशीष चौधरी, सभासद नमिता चौधरी, विष्णु प्रसाद, टी. नागेश्वर राव, ए. पूजा नायडू, बी. हरीश कुमार, पी. प्रभावती, डी. वसंती, बंटा मुरली तथा बार एसोसिएशन के अध्यक्ष अधिवक्ता अरूप वर्मा आदि शामिल रहे। मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष एस. सूर्य प्रकाश राव तथा सचिव एस. सत्यनारायणा ने अतिथियों का स्वागत कर उन्हें दर्शन लाभ कराया।
उन्होंने सहयोग के लिए पुलिस प्रशासन व स्काउट्स एंड गाइड्स कैडटों समेत सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि कोरोना के चलते पिछले दो साल मंदिर में भक्तों को दर्शन की अनुमति नहीं थी। इस दौरान कोरोना संबंधी नियमों का कठोरतापूर्वक पालन किया गया। यद्यपि कोरोना काल में मंदिर कमेटी की ओर से विभिन्न बस्तियों व फुटपाथ पर रहने वाले गरीबों के बीच भोजन के पैकेट तथा खाद्य सामग्री वितरित की गई। वहीं पिछले साल 2 अक्टूबर को करीब तीन हजार साड़ियां गरीब महिलाओं के बीच वितरित की गई थी।