खड़गपुर : अगले मानसून से पहले पूर्व मेदनीपुर जिला अंतर्गत अमागेशिया से धेउवंगा तक केलाघई नदी का पूर्ण नवीनीकरण, डुबड़ा और बारचौका बेसिन परियोजनाओं के तहत छत्री-कुंडी-पानीनाला नहर का नवीनीकरण, ओडिशा तट नहर, बाघई नहर के अवशेषों का नवीनीकरण की मांग पर सिंचाई विभाग के कांथी में “पूर्व मेदिनीपुर जिला बाढ़-कटाव निवारण समिति” की ओर से सिंचाई विभाग में ज्ञापन जमा कराया गया।
छह सूत्री मांगों में कांथी महकमा क्षेत्र में 26 कंक्रीट पुलों का कार्य आदेश शुरू करने , अवैध मछली हैचरी और नदी में ईंट भट्टे का पानी जाने से रोकने की मांग की गई। प्रतिनिधिमंडल एवं ज्ञापन प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता को सौंपा गया। प्रतिनिधिमंडल में संगठन के संयुक्त सचिव नारायण चंद्र नायक व जगदीश साव, अध्यक्ष उप्पल प्रधान, वासुदेव बर्मन, राम पद डे, परेश अादक व अन्य शामिल थे।
कार्यकारी अभियंता ने मांगों की वैधता को स्वीकार किया और ओडिशा तट नहर के बाकी हिस्सों की बहाली के साथ-साथ पुल का निर्माण शीघ्र शुरू करने का आश्वासन दिया। उन्होंने कहा कि पानीनाला और बारचौका बेसिन क्षेत्रों के दावों की जांच के लिए विभाग का एक प्रतिनिधिमंडल जल्द ही भेजा जाएगा।
साथ ही अन्य मांगों को पूरा करने के लिए आवश्यक कदम उठाने का आश्वासन दिया। प्रतिनियुक्ति के दौरान विभाग के कांथी सब डिवीजन के एसडीओ उपस्थित थे। समिति के संयुक्त सचिव नारायण चंद्र नायक ने कहा कि यदि विभाग जल्द ही उपरोक्त मांगों को पूरा करने के लिए प्रभावी कदम नहीं उठाता है, तो समिति आक्रोशित जनता के साथ बड़े आंदोलन को बाध्य होगी।
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