तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर। प्राकृतिक आपदा से निपटने के लिए गुरुवार को पश्चिम मेदिनीपुर जिला अंतर्गत केशपुर प्रखंड प्रशासन की ओर से केशपुर में तैयारियों का पूर्वाभ्यास किया गया। आपदा प्रबंधन विभाग की तैयारी की कवायद पूरे दिन चलती रही। प्राकृतिक आपदा की स्थिति में स्कूली छात्रों, स्वास्थ्य केंद्र के मरीजों, सर्पदंश के मरीजों, पेड़ों के नीचे दबे लोगों, मवेशियों व अन्य को कैसे रेस्क्यू किया जाए, सेना, एनडीआरएफ, जिला आपदा प्रबंधन कार्यालय व अन्य विभागों के अधिकारियों ने इसे गहराई से समझाया। केशपुर बीडीओ दीपक कुमार घोष ने कहा, यह रूटीन कवायद है।
प्राकृतिक आपदाओं से पहले और बाद में प्रखंडवासियों को कैसे सुरक्षित रखा जाए, इस पर कवायद कराई गई। अभ्यास के पर्यवेक्षक एनडीआरएफ अधिकारी विनय पांडेय ने बताया कि केशपुर प्रखंड में चक्रवात जैसी आपदा आने पर क्षेत्र में आम लोगों को कैसे बचाया जाए और चिकित्सा सेवाएं मुहैया कराई जाए, इस पर अभ्यास किया गया। प्राकृतिक आपदाओं के दौरान सेना, एनडीआरएफ, स्वास्थ्य, वन, परिवहन, पुलिस, नागरिक सुरक्षा, आपदा मित्र, स्वैच्छिक संगठनों और मीडिया की भूमिका को आम लोगों के सामने रखा गया है।
इस दिन केशपुर प्रखंड कार्यालय में नियंत्रण कक्ष खोला गया तथा केशपुर सभागार में सभी विभागों के अलग-अलग कार्यालय खोले गये। कार्यक्रम में केशपुर सामूहिक विकास पदाधिकारी दीपक कुमार घोष संयुक्त सामूहिक विकास पदाधिकारी प्रसननजीत नंदी एवं सौमिक सिंह, प्रखंड आपदा मोचन पदाधिकारी कौशिक अधिकारी सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।