नयी दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने न्यायमूर्ति उदय उमेश ललित को भारत का अगला मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया है। मुख्य न्यायाधीश एन. वी. रमना 26 अगस्त को सेवानिवृत्त होंगे। न्यायमूर्ति ललित 27 अगस्त को शपथ ग्रहण करेंगे। केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्रालय के न्याय विभाग की ओर से बुधवार को जारी एक अधिसूचना में न्यायमूर्ति ललित की नियुक्ति संबंधी जानकारी दी गई। न्यायमूर्ति रमना ने न्यायमूर्ति ललित को मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किए जाने पर उन्हें बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। न्यायमूर्ति रमना ने केंद्रीय विधि एवं न्याय मंत्रालय की ओर से राय मांगे जाने पर न्यायमूर्ति ललित को अपना उत्तराधिकारी नियुक्त करने संबंधी सिफारिश तीन अगस्त को की थी।
भारत के 48वें मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) न्यायमूर्ति रमना 26 अगस्त को सेवानिवृत्त होने वाले हैं। वरिष्ठता क्रम में उनके बाद न्यायमूर्ति ललित आते हैं। वकालत करते हुए 13 अगस्त 2014 को सीधे सर्वोच्च न्यायालय का न्यायाधीश बनने वाले न्यायमूर्ति ललित के 27 अगस्त, 2022 को कार्यभार संभालने की संभावना है। मुख्य न्यायाधीश के पद पर दो महीने 13 दिनों के बाद आठ नवंबर 2022 तक इस पद पर बने रहेंगे।
न्यायमूर्ति ललित को 1983 के जून में एक वकील के रूप में पंजीकृत किया गया था। उन्होंने दिसंबर 1985 तक बाम्बे उच्च न्यायालय में वकालत की थी। उन्हें अप्रैल 2004 में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा एक वरिष्ठ अधिवक्ता के रूप में नामित किया गया था। मुख्य न्यायाधीश ने उन्हें 2जी स्पेक्ट्रम घोटाले के सभी मामलों में सुनवाई करने के लिए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के लिए विशेष लोक अभियोजक (एसपीपी) के रूप में नियुक्त किया था।