रांची। धनबाद में सुबह की सैर के दौरान ऑटो-रिक्शा की चपेट में आने से एक जज की मौत के मामले की जांच के लिए अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजी) के नेतृत्व में एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया गया है। हिट एंड रन की यह घटना बुधवार सुबह की है। एडीजी ऑपरेशन, संजय आनंद लतकर एसआईटी का नेतृत्व करेंगे, जबकि अन्य सदस्य हैं पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी), बोकारो और धनबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी)।
धनबाद जिले के अतिरिक्त जिला न्यायाधीश (एडीजे) आनंद उत्तम की बुधवार को एक वाहन की चपेट में आने से मौत हो गई, जब वह कोयला शहर धनबाद की मजिस्ट्रेट कॉलोनी के पास सुबह की सैर कर रहे थे। उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
बाद में सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि एक ऑटो-रिक्शा ने जानबूझकर जज को टक्कर मारी। ऑटो रिक्शा के चालक लखन वर्मा और उसके सहयोगी राहुल वर्मा समेत दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। ड्राइवर ने कथित तौर पर स्वीकार किया है कि उसने जज को वाहन से टक्कर मारी थी।
झारखंड हाईकोर्ट ने जज की मौत की खबर के बाद गुरुवार को डीजीपी और धनबाद के एसएसपी को तलब किया। मामले की सुनवाई करते हुए कोर्ट ने कहा, अगर किसी भी स्तर पर यह पाया जाता है कि जांच में कोई ढिलाई बरती गई है तो उसे सीबीआई को सौंप दिया जाएगा।
ऑटो बुधवार रात को ही गिरिडीह जिले से बरामद किया गया था। जांच के दौरान पता चला कि मंगलवार को वह ऑटो चोरी हो गया था और बुधवार सुबह 5.08 बजे जज को उसी से टक्कर मारी गई। अस्पताल में सुबह 9.30 बजे जज की मौत हो गई।
न्यायाधीश अपनी अदालत में हाई प्रोफाइल हत्या के मामलों सहित 15 से अधिक आपराधिक मामलों की सुनवाई कर रहे थे। जज की मौत की घटना पर सुप्रीम कोर्ट ने भी संज्ञान लिया है।