झाड़ग्राम : ‘दक्षिण एशिया में विरासत पर्यटन की चुनौतियाँ और संभावनाएँ ‘ विषयक संगोष्ठी में हुआ मंथन

तारकेश कुमार ओझा, खड़गपुर : विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर, पर्यावरण अनुसंधान संगठन ट्रॉपिकल इंस्टीट्यूट ऑफ अर्थ एंड एनवायर्नमेंटल रिसर्च (टीईएआर) की पहल और ग्लोबल फोरम फॉर रूरल सस्टेनेबल डेवलपमेंट की भारतीय शाखा और झाड़ग्राम पैलेस अथॉरिटी के सहयोग से बुधवार को झाड़ग्राम पैलेस परिसर के विद्यासागर वाणी भवन में पर्यटन पर एक दिवसीय अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार का शीर्षक था “दक्षिण एशिया में विरासत पर्यटन की चुनौतियाँ और संभावनाएँ और सतत विकास।

इस अवसर पर टीईएआर सचिव डॉ. प्रणब कुमार साहू ने सभी का स्वागत किया। झाड़ग्राम के जिलाधिकारी सुनील अग्रवाल ने अन्य अतिथियों की उपस्थिति में पौधों पर पानी डालकर कार्यक्रम की शुरुआत की। सेमिनार के संयोजक प्रोफेसर पीयूष कांति त्रिपाठी ने स्वागत भाषण दिया I मुख्य अतिथि के रूप में नेपाल के कृषि विभाग के पूर्व मंडल निदेशक प्रोफेसर डॉ. राजेंद्र उपार्थी उपस्थित थे।

झाड़ग्राम उपमंडल के शासक बाबूलाल महतो, रांची विश्वविद्यालय के भूगोल विभाग के प्रोफेसर डाॅ जीतेंद्र शुक्ला, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध कृषि विज्ञानी प्रोफेसर डॉ. मुक्ति साधन बोस, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध कृषि वैज्ञानिक प्रोफेसर डॉ. कंचन भौमिक, झाड़ग्राम रामकृष्ण मिशन वेदपुरुषानंदजी महाराज, कापगारी सेवाभारती कॉलेज के प्राचार्य प्रोफेसर डॉ..देव प्रसाद साहू, झाड़ग्राम राज कॉलेज के प्रिंसिपल प्रोफेसर डॉ. देवनारायण रॉय,

बिष्णुपुर रामानंद कॉलेज की प्रिंसिपल प्रोफेसर डॉ. स्वप्ना घोराई, झाड़ग्राम राज कॉलेज महिला विभाग के प्रोफेसर सुशील कुमार बर्मन, मैनागढ़ राज परिवार के सदस्य डॉ..सिद्धार्थ बाहुबलेंद्र, झाड़ग्राम शाही परिवार के सदस्य विक्रमादित्य मल्लदेव व विद्यासागर वाणी भवन की सह- सचिव रीता बनर्जी सहित बड़ी संख्या में विद्वान इस संगोष्ठी में शामिल हुए।

IMG-20230927-WA0022उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता टियर उपाध्यक्ष प्रोफेसर नारायण चटर्जी ने की और संचालन प्रोफेसर कथकली बनर्जी ने किया। दोपहर में झाड़ग्राम डीएमडीसी संजय मालाकार ने कार्यक्रम की शुभकामनाएं दी। पूरे दिन देश-विदेश के शोधकर्ताओं द्वारा ऑफ़लाइन और ऑनलाइन पर्यटन पर लगभग पचास शोध पत्र प्रस्तुत किए गए।

सार्क बांग्लादेश के प्रतिनिधि शोधकर्ताओं में से एक मोहम्मद सलीम रजा, त्रिपुरा विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. जयंत चौधरी और अन्य प्रमुख लोगों ने ऑनलाइन शोध पत्र प्रस्तुत किए। कार्यक्रम का ऑनलाइन संचालन प्रोफेसर चंदन करण ने किया। सेमिनार में 150 से अधिक प्रतिनिधियों ने भाग लिया। शाम को रोचक सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया गया।

आयोजन की सफलता की कामना करते हुए टियर के अध्यक्ष विनय कुमार चंद्रा ने शुभकामना पत्र भेजा। इस अवसर पर ताम्रलिप्त शाही परिवार पर एक वृत्तचित्र दिखाया गया। आयोजन को सफल बनाने में टीयर सदस्य चंदन करण, शरत चटर्जी, नंटू पाल, कमलेश महतो, रंजीत शीट्, नरसिंह दास, मणिकंचन रॉय समेत अन्य सदस्यों ने अहम भूमिका निभाई। सुचारू समापन के लिए संबंधित सभी लोगों को धन्यवाद, टीईएआर सचिव प्रोफेसर डॉ. प्रणब साहू और विक्रमादित्य मल्लदेव ने धन्यवाद ज्ञापन किया।

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