जलपाईगुड़ी : प्रधानमंत्री आवास योजना का सर्वे के दौरान आशा कर्मियों को मिल रही राजनीतिक धमकी

आशा कर्मियों ने कहा- सर्वे से आजाद करें उन्हें, दिया ज्ञापन

जलपाईगुड़ी । प्रधानमंत्री आवास योजना का सर्वे करने के दौरान राजनीतिक दवाब से तंग आकर एक आशा कर्मी ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। इस घटना के खिलाफ आशा कर्मियों ने सोमवार को जलपाईगुड़ी जिला मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया। ये सभी आवास योजना के कार्य से उन्हें आजाद करने की मांग कर रहे थे। गौरतलब है कि प्रदेश के अन्य जिलों के साथ ही जलपाईगुड़ी जिले में भी आशा कर्मियों द्वारा प्रधानमंत्री आवास योजना का सर्वे कराया जा रहा है।

आरोप है कि सर्वे के दौरान उन्हें विभिन्न प्रकार से परेशान किया जा रहा है। उनपर राजनीतिक दवाब भी डाला जा रहा है। आशा कर्मियों ने सोमवार को इसके खिलाफ जिला मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में जमकर विरोध प्रदर्शन किया। गौरतलब हो कि हालही में राज्य सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना के सही लाभार्थियों की पहचान करने के लिए गांवों में आशा कर्मियों को काम में लगाया है।

आरोप लगाया गया है कि कई लोगों को स्थानीय तृणमूल नेताओं और पंचायतों के माध्यम से प्रधानमंत्री आवास योजना आवास दिए गए हैं जो गैरक़ानूनी है। अवैध रूप से प्राप्त मकानों का सर्वे करने गांव जाने पर आशा कर्मियों को धमकियों का सामना करना पड़ता है। इसके विरोध में आशा कर्मी यूनियन की ओर से जिला मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी को ज्ञापन सौंपा गया।

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