Israel Hamas War

इजराइल-हमास युद्ध – अमेरिका अचानक मानवीय युद्ध विराम पर जोर देने के पक्ष में हैं

अमेरिका में 2024 के राष्ट्रपति चुनाव का गणित – इजराइल हमास, रूस-यूक्रेन युद्ध के प्रभाव का आंकलन
अमेरिका का हर संभव यह प्रयास करने की प्रतिबद्धता है कि सभी नागरिकों की सुरक्षा की जाए – एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया

किशन सनमुखदास भावनानी, गोंदिया, महाराष्ट्र। वैश्विक स्तर पर हर लोकतांत्रिक देशों में पक्ष और विपक्ष द्वारा अपनी हर राजनीतिक रणनीति अपने और पार्टी के चुनावी हित को देखकर बनाना लाजमी है, क्योंकि चुनावी गणित जब जात धर्म भाषा यहां तक कि किसी देश को किस मुद्दे पर समर्थन असमर्थन यूएन में वोटिंग अब्सेंट अरगुमेंट किन्हीं देश के आपसी तनातनी या युद्ध से कोई बचाव या समर्थन की इसकी चुनावी गणित का देखते हुए करना लाजमी भी है, क्योंकि अगर अपनी सरकार को बनाए रखना है या विपक्ष को सरकार पर काबिज होना है तो यह खेला खेलना ही पड़ता है ताकि उनके देश में लाखों ऐसे वोटरान होते हैं जो इन्हीं मुद्दों से प्रभावित हो सकते हैं जिसे अपने पक्ष में समर्थन के लिए तैयार किया जा सकता है, दूसरों शब्दों में उन्हें विशेष कैटेगरी के वोटरों को नाराज नहीं करना है जो उन्हें अपना समर्थन देते हैं। हम अभी भारत में पांच राज्यों में चुनाव संबंधी हो रही पीएम और मुख्यमंत्रीयों की रैलियों में देख रहे हैं कि किस तरह सधा हुआ नपा-तुला बयान भ्रष्टाचार व अन्य विवाद, आरोपो, मुद्दों, आरोपी पर बयान दे रहे हैं ताकि कोई वोटरों का बिखराव ना हो परंतु उनके लिए ही कंट्रास्ट भी किया जा रहे हैं, मसलन अगर 1 वर्ष में 13.5 करोड़ नागरिक गरीबी रेखा से बाहर निकले हैं तो दूसरी तरफ अगले 5 वर्षों तक फ्री राशन देने की घोषणा की जा रही है।

ठीक उसी तरह कंट्रास्ट अभी अमेरिका में भी हो रहा है, भारत कनाडा विवादों में उसका मूल कारण हम मीडिया में पढ़ चुके हैं। जहां एक ओर अमेरिकी राष्ट्रपति इजरायल हमास युद्ध में इसराइल को अपनी रक्षा के अधिकार में हमास पर ताबड़तोड़ हमलों को जायज बताया था और पूरी रक्षा सामग्री उपलब्ध कराई है तो वहीं कंट्रास्ट में दूसरी ओर दिनांक 3 नवंबर 2023 को विदेश मंत्री दूसरी बार इजराइल गए हैं जो संभावित है वहां मानवीय युद्ध विराम पर जोर दे रहे हैं, क्योंकि अमेरिकी अरबी नागरिकों की नाराजी चुनाव में इतनी भारी पड़ सकती है। चूंकि अमेरिका अचानक मानवीय युद्ध विराम पर जोर देने लगा है, इसलिए आज हम मीडिया में उपलब्ध जानकारी के सहयोग से इस आर्टिकल के माध्यम से चर्चा करेंगे। अमेरिका का हर संभव प्रयास करने की प्रतिबद्धता है कि सभी नागरिकों की सुरक्षा की जाए।

साथियों बात अगर हम अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में इसराइल हमास युद्ध से चुनावी चिंतन की करें तो, अरब अमेरिकी मतदाताओं ने इजराइल के लिए बाइडेन के निरंकुश समर्थन की आलोचना की है। फॉरेन पॉलिसी ने एक हालिया सर्वेक्षण का हवाला देते हुए बताया कि बाइडेन को 2020 में लगभग 59 प्रतिशत अरब, अमेरिकियों का समर्थन मिला, जो अब घटकर सिर्फ 17 प्रतिशत रह गया है। लेकिन इस पर बाद में और अधिक जानकारी आई कि एपी की रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका के दक्षिण फ्लोरिडा में रब्बी और यहूदी नेता समुदाय के सदस्यों को इजराइल का भरपूर समर्थन करने के लिए सांसदों को बुलाने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं, क्योंकि यह अपना आक्रामक रुख बढ़ा रहा है। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति और रिपब्लिकन नेता डोनाल्ड ट्रम्प ने 2020 के राष्ट्रपति चुनावों में फ्लोरिडा में जीत हासिल की। एपी वोटकास्ट के अनुसार, राष्ट्रीय स्तर पर, 30 प्रतिशत यहूदी मतदाताओं ने ट्रम्प का समर्थन किया, फ्लोरिडा के लगभग 43 प्रतिशत यहूदी मतदाताओं ने उनका समर्थन किया। एपी के अनुसार कि अगर फ्लोरिडा को एक बारहमासी प्रतिस्पर्धी राज्य के रूप में अपनी स्थिति फिर से हासिल करनी है, तो यहूदी मतदाता बाइडेन के इजराइल-हमास युद्ध से निपटने को किस तरह से देखते हैं, यह महत्वपूर्ण होगा। 2020 में बाइडेन की व्हाइट हाउस जीत सुनिश्चित करनेवाले प्रमुख राज्यों में से एक था। 2024 के राष्ट्रपति चुनावों से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति के लिए भी एक चुनावी चिंता का विषय है। मिशिगन में डेमोक्रेट्स ने व्हाइट हाउस को चेतावनी दी है कि इजरायल हमास युद्ध से निपटने के कारण बाइडेन महत्वपूर्ण अरब अमेरिकी समुदाय के भीतर उनके समर्थन को नुकसान पहुंचा सकते हैं।

साथियों बात अगर हम दिनांक 3 नवंबर 2023 को विदेश मंत्री की इजराइल दौरे के कारणों पर कयास लगाने की करें तो, संयुक्त राज्य अमेरिका के एक शीर्ष राजनयिक गाज़ा युद्ध में मानवीय विराम के लिए पश्चिम एशियाई देश पर दबाव डालने के लिए इजराइल में हैं। अमेरिकी विदेश मंत्री ने एक महीने में पश्चिम एशिया की अपनी दूसरी यात्रा पर 3 नवंबर को तेल अवीव में इजरायल के प्रधान मंत्री से मुलाकात की। उनकी यात्रा अमेरिकी राष्ट्रपति द्वारा हाल ही में कहे जाने के बाद हो रही है कि हमास के साथ इजरायल के युद्ध में मानवीय विराम होना चाहिए। रिपोर्ट के अनुसार, उन्होंने मिनेसोटा में एक धन संचयन कार्यक्रम में कहा कि एक विराम का मतलब कैदियों को बाहर निकालने के लिए समय देना है। इजराइल की अपनी यात्रा से पहले ब्लिंकन ने कहा कि वह संघर्ष में नागरिकों की सुरक्षा के लिए ठोस कदमों पर चर्चा करेंगे। मीडिया न्यूज ने उनके हवाले से कहा कि हमने हाल के दिनों में देखा है कि फिलिस्तीनी नागरिकों को इस कार्रवाई का खामियाजा भुगतना पड़ रहा है और यह महत्वपूर्ण है कि संयुक्त राज्य अमेरिका यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर संभव प्रयास किया जाए। ब्लिंकन इज़राइल को लड़ाई में विराम के लिए मनाने की कोशिश कर रहे हैं, इजरायली सैनिकों ने गाजा शहर को घेर लिया है, जिसे पश्चिम एशियाई राष्ट्र हमास के सैन्य बुनियादी ढांचे का केंद्र कहते हैं। इसके अलावा, युद्ध के शुरुआती दिनों में इजराइल को अपना निर्बाध समर्थन देने के बाद, अमेरिका ने अब अपना सुर क्यों बदल लिया है?

साथियों बात अगर कर हम इसराइल-हमास युद्ध में राष्ट्रपति की प्रारंभिक प्रतिक्रिया की करें तो, 7 अक्टूबर को पश्चिम एशियाई राष्ट्र पर हमास के आश्चर्यजनक हमले के बाद अमेरिका ने इजराइल के अपनी रक्षा के अधिकार पर जोर दिया। बाइडेन ने उस समय कहा था कि हम इजराइल के साथ खड़े हैं। और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि इजराइल के पास अपने नागरिकों की देखभाल करने, अपनी रक्षा करने और इस हमले का जवाब देने के लिए वह सब कुछ है जो उसे चाहिए। दूसरी ओर, संघर्ष में फिलिस्तीनी नागरिकों की रक्षा के लिए उनका आह्वान मौन था। अमेरिका ने यह भी कहा था कि वह इजराइल को अपना सैन्य समर्थन बढ़ा रहा है, यहूदी राष्ट्र को वायु रक्षा क्षमताएं और युद्ध सामग्री प्रदान कर रहा है। पश्चिम एशिया में अन्य देशों या उग्रवादी समूहों को युद्ध में शामिल होने से रोकने के लिए अमेरिका ने गाइडेड-मिसाइल क्रूजर से लैस एक विमानवाहक पोत को इज़राइल के निकट जल क्षेत्र में भेजा था। जैसे ही इजराइल द्वारा लगातार जवाबी हवाई हमलों के कारण गाजा में हताहतों की संख्या बढ़ी, अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने मारे गए फिलिस्तीनियों की कथित संख्या पर भी संदेह जताया।

अतः अगर हम उपरोक्त पूरे विवरण का अध्ययन कर इसका विश्लेषण करें तो हम पाएंगे कि इजराइल-हमास युद्ध – अमेरिका अचानक मानवीय युद्ध विराम पर जोर देने के पक्ष में हैं।अमेरिका में 2024 के राष्ट्रपति चुनाव का गणित-इजराइल हमास, रूस यूक्रेन युद्ध के प्रभाव का आंकलन अमेरिका का हर संभव यह प्रयास करने की प्रतिबद्धता है कि सभी नागरिकों की सुरक्षा की जाए।

Kishan 1
एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी : संकलनकर्ता, लेखक, कवि, स्तंभकार, चिंतक, कानून लेखक, कर विशेषज्ञ

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