मुंबई। बॉलीवुड अभिनेत्री ईशा कोप्पिकर प्रकृति को नुकसान पहुंचाए बिना गणेश उत्सव मनाने में विश्वास करती हैं और इस तरह उन्होंने एक पर्यावरण के अनुकूल मूर्ति बनाई और सजावट के लिए उन्होंने फूलों और मिट्टी के दीयों का उपयोग किया। अभिनेत्री ने कहा, “मैं प्लास्टिक से बने सजावट का उपयोग करने से बचती हूं और गणेश उत्सव के लिए पंडालों को सजाने के लिए ताजे फूलों, पत्तियों और दीयों का उपयोग करती हूं। हम रंगोली भी बना सकते हैं और गणपति समारोह में प्राकृतिक सुंदरता जोड़ सकते हैं।”
प्राकृतिक उत्पादों का उपयोग कर घर को कैसे सजाया है और गणपति की मूर्ति कैसे बनाई है। इस बारे में जानकारी देते हुए अभिनेत्री ने साझा किया, “स्टोर से खरीदे गए प्लास्टिक के फूल, मिट्टी से बने लोगों के साथ सिलाई करने के विचार को बदलना, धागा, कपड़े, कागज से मूर्ति बनाने आदि से वास्तव में फर्क पड़ता है। मुझे लगता है कि हमारी ओर से थोड़ी सी सोच दुनिया की मदद करने में बहुत कारगर हो सकती है।”
ईशा को ‘एक विवाह.. ऐसा भी’, ‘मैंने प्यार क्यों किया?’ में उनकी भूमिकाओं के लिए जाना जाता है। वह अपनी अगली परियोजना के लिए पूरी तरह तैयार है जिसमें आर. रविकुमार द्वारा निर्देशित तमिल साइंस-फिक्शन फिल्म ‘अयलान’ शामिल है। इसमें मुख्य भूमिकाओं में शिवकार्तिकेयन, रकुल प्रीत सिंह, शरद केलकर और ईशा हैं।