अबू धाबी : इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 13वें संस्करण में शनिवार को पहला डबल हैडर होगा। पहले मुकाबले में विराट कोहली की कप्तानी वाली रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर का सामना राजस्थान रॉयल्स से होगा। यह मैच दिन में यहां के शेख जाएद स्टेडियम में खेला जाएगा। पिछला मैच विराट की टीम के लिए एक तरह से सबक था, जिसमें उसने तमाम गलतियां की थीं लेकिन किस्मत के बूते वो सुपर ओवर में मुंबई इंडियंस को मात देने में सफल रही थी। टीम ने मुंबई के खिलाफ कुछ कैच छोड़े थे।
मैच के बाद कोहली ने भी कहा था कि अगर कैच पकड़ लिए जाते तो मैच सुपर ओवर में नहीं जाता। खैर, जीत से निश्चित तौर पर बेंगलोर को आत्मविश्वास मिला होगा और वह उसका इस्तेमाल राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ करना चाहेगी। राजस्थान इस सीजन अच्छी फॉर्म में रही है। उसे पिछले मैच में भले ही हार मिली है लेकिन टीम का आत्मविश्वास उस हार से डोला नहीं होगा क्योंकि इस हार से पहले राजस्थान ने जिस तरह का प्रदर्शन कर जीत हासिल की है वो उम्दा है।
टीम की बल्लेबाजी फॉर्म में है, लेकिन सिर्फ ऊपरी क्रम। संजू सैमसन, कप्तान स्टीव स्मिथ का बल्ला चल ही रहा है। जोस बटलर ने भी कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ बता दिया था एक अच्छी पारी उनसे दूर नहीं है। राजस्थान के लिए सवाल है कि इन तीनों के बाद कौन?
एक मैच में राहुल तेवतिया ने चमत्कार कर एक ओवर में पांच छक्के लगा टीम को हार से बचा लिया था। लेकिन चमत्कार हर रोज नहीं होते। रॉबिन उथप्पा अभी तक विफल रहे हैं। युवा रियान पराग का बल्ला भी रन नहीं उगल पाया है। पिछले मैच में टॉम कुरैन ने जरूर अर्धशतक लगाया था लेकिन वो अकेले रह गए थे।
कुल मिलाकर राजस्थान को बल्लेबाजी में मध्य क्रम और निचले क्रम में मजबूत बल्लेबाज चाहिए होगा।
गेंदबाजी में भी जोफ्रा आर्चर, कुरैन ही कुछ हद तक अच्छा कर सके हैं और सही मायनों में इन्हीं पर भार होगा।
पहले के सीजनों में बेंगलोर कोहली और एबी डिविलियर्स पर ज्यादा निर्भर रहती थी, लेकिन इस सीजन देवदत्त पडिकल और एरॉन फिंच ने उनसे यह भार साझा किया है। पडिकल दो अर्धशतक जमा चुके हैं और फिंच एक। डिविलियर्स ने भी पिछले मैच में अर्धशतक जमाया था। सिर्फ कोहली का बल्ला ही अभी तक खामोश है।
राजस्थान के सामने कोहली एक अच्छी पारी खेल इस सूखे को खत्म करना चाहेंगे। गेंदबाजी में नवदीप सैनी ने बेहद प्रभावित किया है। लेकिन तेज गेंदबाजी में उनको कोई अच्छा जोड़ीदार नहीं मिला है। डेल स्टेन कारगर साबित नहीं हुए थे तो इसुरु उदाना को पिछले मैच में मौका मिला था। उदाना ने चार ओवरों में 45 रन दे दो विकेट लिए थे।
राजस्थान के बल्लेबाजों के लिए सबसे बड़ा खतरा लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल रहेंगे। कोहली ने पिछले मैच में दो लेग स्पिनर उतारे थे और इसलिए एडम जाम्पा को मौका मिला था। इस मैच में भी यही संयोजन रहता है या नहीं यह मैच के दिन पता चलेगा।