भवानीपुर कॉलेज द्वारा विषय न्यू एज टेक्नोलॉजी एंड इट्स इम्पैक्ट ऑन फाइनेंशियल डोमेन पर अंतरराष्ट्रीय सेमिनार

कोलकाता। भवानीपुर एजुकेशन सोसाइटी कॉलेज के जुबली सभागार में अंतरराष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। प्रातःकालीन कॉमर्स विभाग, आईक्यूएसी और बीईएससी और बोर्ड ऑफ स्टडीज, दी इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड एकाउंटेंट्स आफ इंडिया के साथ मिलकर ईस्टर्न इंडिया रिजनल कौंसिल आफ आईसीएआई द्वारा आयोजित इस सेमिनार का विषय न्यू एज टेक्नोलॉजी एंड इट्स इम्पैक्ट ऑन फाइनेंशियल डोमेन रखा गया। उद्घाटन समारोह में कॉलेज पदाधिकारी सेक्रेटरी प्रदीप सेठ, डायरेक्टर जनरल डॉ. सुमन मुखर्जी, रेक्टर और डीन प्रो. दिलीप शाह ने विशिष्ट अतिथियों सीए रंजीत कुमार अग्रवाल अध्यक्ष आईसीएआई, सीए राजकुमार अडुकिया, चेयरमैन बीओएस, आईसीएआई (ऑनलाइन), सीए संजीव संघी चेयरमैन, ईआईआरसी ऑफ आईसीएआई के साथ मिलकर दीप प्रज्वलित कर सेमिनार का शुभारंभ किया।

स्वागत वक्तव्य दिया भवानीपुर कॉलेज के रेक्टर और डीन प्रो. दिलीप शाह ने। सीए डॉ. राजकुमार अडुकिया ऑफ-लाइन जुड़े जिनका स्वागत किया गया। सीए रंजीत कुमार अग्रवाल को सम्मानित किया कॉलेज के सेक्रेटरी प्रदीप सेठ ने, सीए संजीब संघी को सम्मानित किया टीआईसी डॉ. सुभब्रत गंगोपाध्याय और डायरेक्टर जनरल डॉ. सुमन मुखर्जी ने। डॉ. मोनोमिता नंदी वाइस डीन इंटरनेशनल सीबीएएसएस और ब्रुनेल बिजनस स्कूल, लंदन को सम्मानित किया डॉ. सॉस्पो चक्रवर्ती ने। डॉ. सुमन लोध एसोसिएट प्रोफेसर फाइनेंस किंग्सटन बिजनस स्कूल, किंग्सटन यूनिवर्सिटी, लंदन को सम्मानित किया डॉ. सॉस्पो चक्रवर्ती और प्रो. मीनाक्षी चतुर्वेदी ने। सीए विष्णु तुलस्यान को सम्मानित किया प्रो. दिलीप शाह और प्रो. उर्वी शुक्ला ने। उद्घाटन सत्र के विशिष्ट वक्ता सीए डॉ. राजकुमार आडुकिया ने सीए के इतिहास पर ध्यान आकर्षित किया और अधिक से अधिक पुस्तक लिखने की प्रेरणा दी।

बीज वक्तव्य देते हुए सीए संजीब संघी ने बताया कि आईसीएआई संस्था 1949 से है जिसमें आज 4 लाख सीए और 9 लाख से अधिक मेंबर्स हैं। इतनी बड़ी संख्या में सभी को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से जोड़ा गया है जिसके कारण एकेडमिक कार्य सक्रिय और त्वरित गति से कार्य करने के लिए सक्षम है। हर्ष की बात है कि आज सीए में एक तिहाई स्त्रियाँ कार्य कर रही हैं जो स्त्री सशक्तीकरण का एक बड़ा उदाहरण है। स्त्रियों को मैनेजमेंट में सफल माना गया है। माइंड सेट, स्कील सेट और टूल सेट आदि कई क्षेत्रों पर संघी ने विस्तार से जानकारी दी। निष्कर्ष रूप में यही कहा कि ह्युमन इंटेलिजेंस आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से हमेशा आगे ही रहेगा। डॉ. मोनोमिता नंदी ने विषय इम्पैक्ट ऑफ आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ऑन फाइनेंस पर विस्तार से मनुष्य की इंटेलिजेंस और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के अंतर को बताते हुए ग्लोबल परिप्रेक्ष्य में महत्त्वपूर्ण जानकारी दी।

दूसरे सत्र में डॉ. सुमन लोध एसोसिएट प्रोफेसर फाइनेंस किंग्सटन यूनिवर्सिटी लंदन ने विषय ब्लाक चेन का एकांउट्स और ऑडिट पर अपने वक्तव्य में कोलेबोरेशन, ब्लाक चेन टेक्नोलॉजी, क्रिप्टोग्राफी डेटा क्रिपटोकरेंसी आदि विषयों पर विस्तार से जानकारी दी। द्वितीय वक्ता सीए विकाश गंगवाल ग्लोबल हेड फाइनेंस एडवाइजरी बीएफएसआई ने कहा कि एआई डेटा बेस होता है मेरा अपना है। ऑडिट में तीसरी आंख भी है जिसे कोई बदल नहीं सकता। ब्लाक चेन में हमारे डेटा है, डबल एंट्री तो है ही लेकिन उस पर भी नजर रखने वाली ट्रिपल एंट्री भी बहुत लोकप्रिय है कि कोई और भी देख रहा है।

प्रश्नोत्तरी सत्रों में शिक्षकों और विद्यार्थियों ने महत्वपूर्ण प्रश्न पूछे जिनका उत्तर सीए संजीब संघी, डॉ. मोनोमिता नंदी, डॉ. सुमन लोध और सीए विकाश गंगवाल ने अपने-अपने सत्रों में दिया। कार्यक्रम संयोजक प्रो. मीनाक्षी चतुर्वेदी ने सभी विशिष्ट वक्ताओं, वोलिंटियर्स विद्यार्थियों, मैनेजमेंट पदाधिकारियों, प्रो. दिलीप शाह, ग्लोबल रीच और कॉलेज तथा कोलकाता के अन्य कॉलेज और युनिवर्सिटी के सभी शिक्षक तथा शिक्षिकाओं को धन्यवाद दिया। प्रथम सत्र का संचालन किया प्रो. उर्वी शुक्ला और द्वितीय सत्र का संचालन प्रो. श्रेयसी घोष ने किया। सुबह के नाश्ते से लेकर दोपहर लंच के साथ शाम की चाय और नाश्ते का सुंदर प्रबंध रहा। सभी प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट और दीवार घड़ी उपहार में दी गई। कार्यक्रम की जानकारी दी डॉ. वसुंधरा मिश्र ने।

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