KP, CRY और Airtel की पहल, कोलकाता के अभावग्रस्त छात्रों को पढ़ाई के लिए देंगे मुफ्त स्मार्टफोन

  • #PoraSynaDarabeNa (#SikshaNahiRukegi) जो यह सुनिश्चित करेगा कि गरीब परिवारों के बच्चे भी ऑनलाइन पढ़ाई में पीछे न रहें।

Kolkata Desk: कोलकाता में अभावग्रस्त छात्रों के लिए स्मार्टफोन और सिम की पहल कोलकाता पुलिस (KP), संस्था Child Right &You (CRY) और एयरटेल ने की है, जिससे कि ये छात्र भी बिना किसी खर्चे के ऑनलाइन पढ़ाई कर सके। कोरोना के चलते पिछले साल मार्च से सभी शिक्षण संस्थान बंद हैं और पढ़ाई अभी ऑनलाइन ही चल रही है। परंतु अनेकों छात्रों के परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होने के कारण ऑनलाइन पढ़ाई करने का उन्हें अवसर नहीं मिल पा रहा है। अतः इस तरह के छात्रों के साथ खड़े होने के लिए कोलकाता पुलिस और भारतीय एयरटेल आगे आई है और वे CRY के साथ हाथ मिलाया है।

जो यह सुनिश्चित करेगा कि गरीब परिवारों के बच्चे भी ऑनलाइन पढ़ाई में पीछे न रहें #PoraSynaDarabeNa (#SikshaNahiRukegi) उन्हें स्मार्टफोन और एक साल का डाटा पैक दिया जाएगा। इसके चलते छात्र ऑनलाइन पढ़ाई कर सकेंगे। न केवल किताबी ज्ञान बल्कि व्यावहारिक ज्ञान भी ऑनलाइन संभव है।

इस कार्यक्रम में कोलकाता पुलिस के 73 थानों के 500 छात्रों को शामिल करने के बारे में सोच जा रहा है। इसमें आठवीं से बारहवीं कक्षा तक के विद्यार्थियों को मदद दी जाएगी। कोलकाता पुलिस और सीआरवाई (CRY) संयुक्त रूप से जरूरतमंद छात्रों की पहचान करेंगे। मोबाइल फोन और सिम उन्हें उचित दस्तावेजों के साथ सौंपे जाएंगे।

CRY कोलकाता पुलिस के साथ सहयोग करेगा, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ऑनलाइन कक्षाएं ठीक से चले। कोलकाता पुलिस ने जानकारी दी है कि जो लोग ऑनलाइन पढ़ाई करने में असमर्थ हैं उनके लिए यह एक छोटा सा प्रयास है। कारण पढ़ाई नहीं करने की वजह से कुछ बच्चें अपराध में भी शामिल हो सकते हैं अतः इस कार्यक्रम द्वारा उसे भी रोका जा सकता है।

पश्चिम बंगाल और उड़ीसा के भारतीय एयरटेल के सीईओ सिद्धार्थ शर्मा ने कहा कि हमारी कंपनी को इस तरह की पहलों में शामिल होने पर गर्व है। क्राई की क्षेत्रीय निदेशक त्रिना चक्रवर्ती के अनुसार, ‘लगातार दो कोरोना वेव के चलते सामान्य जन जीवन प्रभावित हुआ है। स्कूल बंद होते ही बच्चें शिक्षा से दूर हो गए हैं, इससे बच्चों के स्कूल छूटने की आशंकाएं बढ़ गई है। ऑनलाइन शिक्षा द्वारा हाशिए पर रहने वाले इन छात्रों तक पहुंचा जा सकता है।’

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