नागपुर। मोहाली में पहले टी20 में ऑस्ट्रेलिया से मात खाने और अपने प्रदर्शन पर कई सवाल उठाने के बाद रोहित शर्मा की कप्तानी वाली भारतीय टीम शुक्रवार को यहां होने वाले दूसरे टी20 मैच में अपनी नाक बचाने के इरादे से उतरेगी। भारत को दूसरे मुकाबले में कई सवालों के जवाब देने होंगे ताकि अगले महीने होने वाले विश्व कप के लिए एक संतुलित टीम तैयार हो सके। भारत ने पहले मैच में तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को आराम दिया था जबकि अनुभवी तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी कोविड होने के कारण सीरीज से हट गए थे।
भारत की बल्लेबाजी भी अभी तक जमने की तलाश कर रही है। रोहित शर्मा और विराट कोहली जल्दी-जल्दी आउट हो गए। ओपनर केएल राहुल ने लंबे चोट ब्रेक के बाद वापसी करते हुए शानदार अर्धशतक बनाया। रवींद्र जडेजा की अनुपस्थिति में आलराउंडर की तलाश जारी है। पहले टी 20 मैच में भारत को इन सवालों का जवाब ढूंढना था लेकिन भारत चार विकेट से मुकाबला गंवाकर तीन मैचों की सीरीज में 0-1 से पिछड़ गया।
भारतीय बल्लेबाजों राहुल और हार्दिक पांड्या ने बेहतर बल्लेबाजी की और 55 तथा नाबाद 71 रन बनाये जिससे भारत छह विकेट पर 208 के स्कोर तक पहुंच सका। सूर्यकुमार यादव ने 25 गेंदों पर 46 रन बनाये। बड़ा स्कोर बनाने के बावजूद भारतीय गेंदबाजी अक्षर पटेल (4-0-17-3) को छोड़कर ऑस्ट्रेलिया को रोकने में नाकाम रही। हर्षल पटेल और भुवनेश्वर कुमार ने रन लुटाये। भुवनेश्वर के डेथ ओवर के प्रदर्शन पर लगातार सवाल उठ रहे हैं।
भारत की फील्डिंग भी खराब रही और फील्डरों ने चार कैच टपकाकर भारत का काम खराब किया। भारत को दूसरे मैच में बुमराह को भुवनेश्वर की जगह उतारकर डेथ ओवरों की गेंदबाजी में सुधार करना होगा। एशिया कप में पाकिस्तान और श्रीलंका के खिलाफ डेथ ओवरों में निराश करने के बाद भुवी ने मोहाली में अपने अंतिम ओवरों में रन लुटाये। भारत ने अपने 17वें और 19वें ओवर में 53 रन लुटाये जिसने ऑस्ट्रेलिया का काम आसान किया।
चोट के बाद वापसी कर रहे उमेश यादव ने एक ओवर में दो विकेट निकाले। उनके दो ओवर में 27 रन पड़े। उमेश डेथ ओवरों में भुवनेश्वर का अच्छा विकल्प हो सकते हैं। दूसरी तरफ ऑस्ट्रेलिया मोहाली की जीत के बाद नए उत्साह के साथ दूसरे मैच में उतरेगा। ऑस्ट्रेलिया ने मोहाली में बेहतर शुरूआत और अंत किया और भारत को खेल के हर विभाग में पीछे छोड़ दिया। ऑस्ट्रेलिया जामथा के नए विदर्भ क्रिकेट संघ स्टेडियम में पहली बार खेलेगा। 2008 में बना यह स्टेडियम कोविड 19 महामारी के कारण तीन साल के अंतराल के बाद अपने पहले अंतर्राष्ट्रीय मैच की मेजबानी करेगा।