नयी दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व विकेटकीपर-बल्लेबाज इयान हीली का मानना है कि अगर ऑस्ट्रे लिया नागपुर में सिर्फ दो तेज गेंदबाजों के साथ जाता है, तो तेज गेंदबाज स्कॉट बोलैंड को भारत के खिलाफ पहले टेस्ट में खेलना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर मेहमान टीम तीन तेज गेंदबाजों को मौका देने के बारे में विचार करती है, तो अनकैप्ड क्विक लांस मॉरिस डेब्यू कर सकते हैं। तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड भारत के खिलाफ 9 फरवरी से शुरू होने वाले पहले टेस्ट से बाहर हो गए थे। उनकी चोट ने ऑस्ट्रेलिया की योजनाओं को अव्यवस्थित कर दिया है क्योंकि वे पहले टेस्ट के लिए मिचेल स्टार्क के बिना हैं और चोटिल ऑलराउंडर कैमरून ग्रीन का भी खेलना पक्का नहीं है।
उन्होंने कहा, पहला टेस्ट में हम कमिंस पर भरोसा कर सकते हैं। हम दो स्पिनर खेल सकते हैं या नहीं, जिसका मतलब होगा कि हमें बोलैंड और मॉरिस की आवश्यकता होगी। अगर हम दो तेज गेंदबाज को मौका देते हैं, तो मैं बोलैंड के साथ जाना चाहूंगा। सेन ब्रेकफास्ट शो में हीली ने कहा, मुझे नहीं लगता कि हम पहले की सोच से भारत में जीतेंगे, लेकिन मुझे लगता है कि सिर्फ कमिंस और मॉरिस का एक साथ होना ही काफी नहीं है।
हमने 2004 से केवल एक टेस्ट (भारत में) जीता है। हेजलवुड की चोट का मतलब है कि बोलैंड विदेश में अपना पहला टेस्ट खेलने के लिए आगे है। मॉरिस की भी नागपुर में टेस्ट में डेब्यू करने की उम्मीद है। बोलैंड ने एमसीजी में एशेज में बॉक्सिंग डे टेस्ट में अपनी शुरुआत के बाद से ऑस्ट्रेलिया के लिए छह टेस्ट खेले हैं और 12.21 की औसत और 33.2 की स्ट्राइक रेट से 28 विकेट लिए हैं।