नयी दिल्ली। भारत और चीन ने अपने द्विपक्षीय संबंधों में पुन: सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर टकराव वाले बिन्दुओं से जल्द से जल्द फौजों को पीछे हटाने के उद्देश्य से सेना के कोर कमांडरों की 16वीं बैठक शीघ्र आयोजित करने का आज फैसला किया।
विदेश मंत्रालय में पूर्व एशिया विभाग में अतिरिक्त सचिव नवीन श्रीवास्तव और चीनी विदेश मंत्रालय में सीमा एवं महासागरीय मामलों के विभाग में महानिदेशक के संयुक्त नेतृत्व में भारत चीन सीमा मामलों पर परामर्श एवं समन्वय की कार्य प्रणाली (डब्ल्यूएमसीसी) की 24वें दौर की बैठक में यह निर्णय लिया गया।
आधिकारिक जानकारी में बताया गया कि वर्चुअल माध्यम से हुई इस बैठक में दोनों पक्षों ने पश्चिमी सेक्टर में सीमा क्षेत्र में एलएसी की मौजूदा परिस्थितियों की समीक्षा की। उन्होंने डब्ल्यूएमसीसी की नवंबर 2021 में तथा सैन्य कमांडरों की जनवरी एवं मार्च में हुई 14वीं एवं 15वीं बैठकों तथा चीन के विदेश मंत्री वांग यी की मार्च में हुई भारत यात्रा और विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से बातचीत का उल्लेख किया।
बैठक में दोनों पक्षों ने इस बात पर सहमति जतायी कि दोनों विदेश मंत्रियों के निर्देशों के अनुरूप हमारे द्विपक्षीय संबंधों में सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए वातावरण के निर्माण के वास्ते एलएसी पर बाकी बचे मुद्दों को सुलझाने के उद्देश्य से दोनों पक्षों को कूटनीतिक एवं सैन्य माध्यमों से बातचीत जारी रखनी चाहिए। इस संदर्भ में दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए है कि सैन्य कमांडरों की 16वीं बैठक शीघ्र बुलायी जाये ताकि द्विपक्षीय समझौतों एवं प्रोटोकॉल के अनुरूप एलएसी पर टकराव के सभी बिन्दुओं पर फौज़ों को पूरी तरह से हटाने के लक्ष्य को जल्द से जल्द हासिल किया जा सके। उल्लेखनीय है कि डब्ल्यूएमसीसी की पिछली बैठक 18 नवंबर 2021 को तथा सैन्य कमांडरों की 14वीं बैठक 13 जनवरी और 15वीं बैठक 11 मार्च को आयोजित की गयी थी।