नयी दिल्ली। वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने आज कहा कि भारत वस्तुओं और सेवाओं के निर्यात के ऐतिहासिक उच्च स्तर पर हैं और वह दुनिया के उद्योग एवं सेवाओं का हब बन सकता है। गोयल ने रविवार को यहां 40वें आईआईटीएफ (इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड फेयर) का उद्घाटन करने के बाद कहा, “हम वस्तुओं और सेवाओं के निर्यात के ऐतिहासिक उच्च स्तर पर हैं। दुनिया भारत को वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला बनाए रखने में एक भरोसेमंद वैश्विक भागीदार मानती है। भारत दुनिया के उद्योग और सेवाओं का हब बन सकता है।
भारतीय उद्योग गुणवत्ता, प्रतिस्पर्धात्मकता और परिमाण की अर्थव्यवस्थाओं के आधार पर नई ऊंचाइयों तक पहुंच सकता है। आईआईटीएफ ‘लोकल गोज ग्लोबल’ और ‘मेक इन इंडिया फॉर द वर्ल्ड’ के लक्ष्य को अर्जित करने में मदद करेगा।” उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के बावजूद भारत ने वैश्विक समुदाय को कोई भी सेवा सहायता उपलब्ध कराने में चूक नहीं की। भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की ऐतिहासिक ऊंचाई बनी हुई है, जो पहले चार महीनों में अब तक का सर्वोच्च एफडीआई स्तर है।
यह पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 62 प्रतिशत अधिक है। आईआईटीएफ प्रदर्शित करेगा कि भारत में व्यवसाय वापस पटरी पर आ गया है। भारत के पांच प्रमुख सूत्र यानी अर्थव्यवस्था, निर्यात, अवसंरचना, मांग और विविधता को सूचीबद्ध किया। बेहतर अवसंरचना, मांग तथा वृद्धि में विविधता और विकास बेहतर और नवीन भारत की आकांक्षा बनेंगे।
श्री गोयल ने कहा कि वित्त वर्ष 2021-22 के पहले चार महीनों के दौरान अब तक की सर्वाधिक एफडीआई आवक 27 अरब डॉलर की थी, जो वित्त वर्ष 2020-21 की समान अवधि की तुलना में 62 प्रतिशत से अधिक रही है।
अप्रैल-अक्टूबर 2021 में वस्तु व्यापार निर्यात 232 अरब डॉलर (अप्रैल-अक्टूबर 2020 की तुलना में 54 प्रतिशत अधिक और अप्रैल-अक्टूबर 2019 की तुलना में 25 प्रतिशत से अधिक) था। उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय रेटिंग एजेंसी मूडीज ने भारत के सॉवरेन रेटिंग आउटलुक को ‘नकारात्मक’ से ‘स्थिर’ कर दिया है। अक्टूबर में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह बढ़कर 1.3 लाख करोड़ रुपये हो गया। दिवाली के दौरान 1.25 लाख करोड़ रुपये की खुदरा बिक्री हुई।
अक्टूबर में विनिर्माण पीएमआई बढ़कर 55.9 जा पहुंचा, सेवा पीएमआई पिछले महीने 58.4 के एक दशक के उच्च स्तर पर पहुंच गया। भारत निवेशकों के लिए अनुकूल होने के साथ अब निवेशों के लिए ‘गंतव्य’ बन गया है। आईआईटीएफ आत्मनिर्भर भारत के मिशन को आगे बढ़ाएगा और वोकल फॉर ग्लोबल के विचार को प्रोत्साहित करेगा। गोयल ने कहा कि कोरोना टीकों की 110 करोड़ से अधिक खुराकें देने के जरिए हम दुनिया में सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान संचालित कर रहे हैं।
अगले साल 500 करोड़ टीकों का उत्पादन होगा और दुनिया का पहला नैज़ल वैक्सीन और पहला डीएनए वैक्सीन सहित भारत में पांच या छह टीकों का निर्माण किया जाएगा। भारत टीका सुरक्षा मुहैया कराएगा और विश्व को एक सुरक्षित स्थान बनाएगा और यह सुनिश्चित भी करेगा कि दुनिया के हर हिस्से को सुरक्षित होने के लिए समान रूप से टीका उपलब्ध हो। कोविड-19 ने बाधा उत्पन्न किया है, लेकिन प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के निर्भीक और निर्णायक नेतृत्व तथा लोगों की सामूहिक इच्छा के जरिए भारत ने उल्लेखनीय वापसी दर्ज कराई है।
उन्होंने कहा कि आईआईटीएफ अपने 40वें संस्करण में एक साल के अंतराल के बाद वापस लौटा है और इसे दोगुने जोश तथा ‘आत्मनिर्भरता’ और ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के दोहरे इंजन से शक्ति प्राप्त है। उन्होंने कम समय में व्यापार मेले का आयोजन करने और 3000 से अधिक प्रदर्शकों की सबसे बड़ी भागीदारी के साथ यह प्रदर्शित करने कि दुनिया भारत को एक “विश्वसनीय भागीदार” के रूप में देख रही है, के लिए आईटीपीओ की सराहना की।