कोलकाता। आयकर विभाग ने सीमेंट निर्माण और रियल एस्टेट में लगे कोलकाता के एक समूह पर हाल में की गई छापेमारी के बाद लगभग 200 करोड़ रुपये की बेहिसाब आय का पता लगाया है। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने एक बयान में यह जानकार दी। बयान में कहा गया है कि 16 नवंबर को कोलकाता, असम, मेघालय और दिल्ली में चौबीस परिसरों में तलाशी अभियान चलाया गया। इसमें कहा गया है कि विभाग ने छापेमारी के दौरान मिले 1.30 करोड़ रुपये की नकदी और छह बैंक लॉकर को जब्त किया है।
जारी बयान में कहा गया है कि अब तक की गई कार्रवाई में लगभग 200 करोड़ रुपए की कुल बेहिसाब आय का पता चला है। सीबीडीटी ने कहा कि जब्त किए गए दस्तावेज विभिन्न कदाचारों को जैसे उत्पादन कम दिखाना, बिक्री के बिल को कम दिखाना और उनका हिसाब न रखना, खरीद की रकम को बढ़ा-चढ़ाकर दिखाना और इसके लिये फर्जी पार्टियों का हवाला देना तथा नकदी के रूप में खर्च का हिसाब-किताब न रखना आदि अपनाकर कर योग्य आय की चोरी का संकेत देते हैं।
आयकर विभाग के लिए नीति बनाने वाली संस्था ने आरोप लगाया कि विभाग द्वारा जब्त किए गए सबूतों के विश्लेषण से पता चलता है कि समूह द्वारा अपनी प्रमुख कंपनी को आवास प्रविष्टियां प्रदान करने के लिए कई कागजी कंपनियां चलाई जाती हैं।” बयान में कहा गया है कि बेहिसाब गैर जमानती ऋण, फर्जी कमीशन का भुगतान और फर्जी कंपनियों के माध्यम से प्राप्त अप्रमाणित शेयर पूंजी और शेयर प्रीमियम से संबंधित दस्तावेज जब्त किए गए।