राम पुकार सिंह, कोलकाता : राष्ट्रीय कवि संगम 14 जनवरी 2022 मकर संक्रांति के दिन श्रीलंका से चलकर 1 मार्च 2022 महाशिवरात्रि के दिन तक की विराट श्रीराम वनगमन पथ अंतरराष्ट्रीय काव्ययात्रा आयोजित कर रहा है। इस विराट काव्ययात्रा में अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कलाकार बाबा सत्यनारायण मौर्य, राम वनगमन के 249 स्थानों के शोधकर्ता डॉ. राम अवतार शर्मा तथा आदरणीय श्याम गुप्ता जी द्वारा देश भर में 100000 से अधिक चलाए जाने वाले एकल विद्यालयों वाला एकल संस्थान भी सहभागी होगा।
इन संस्थाओं से संबंधित हजारों कार्यकर्ता उन सभी 249 स्थानों की यात्रा करेंगे जिन पर 14 वर्षों के वनवास के दौरान श्री राम लक्ष्मण और जानकी ने यात्रा की थी। इन संस्थाओं का उद्देश्य श्रीराम के काम आए वनबंधुओं के वंशजों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करना है। इस दौरान राम जन्मभूमि अयोध्या की पावन रज सभी स्थानों पर स्थापित की जाएगी तथा गाँवों की मिट्टी अयोध्या मंदिर में स्थापित की जाएगी।
राष्ट्रीय कवि संगम के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगदीश मित्तल ने बताया कि मुख्य यात्रा श्रीलंका, रामेश्वरम, पंचवटी, किष्किंधा, चित्रकूट आदि 40 प्रमुख स्थानों से होती हुई अयोध्या पहुंचेगी, जहाँ 130 घंटों का अखंड काव्यपाठ होगा जिसमें देश के सभी प्रांतों और भाषाओं के कवियों के साथ विश्व के 20 से अधिक देशों के रामभक्त कवि भी अपना-अपना काव्यपाठ प्रस्तुत करेंगे।
“अंतर्राष्ट्रीय काव्य यात्रा” की कड़ी को आगे बढ़ाते हुए राष्ट्रीय कवि संगम,पश्चिम बंगाल,उत्तर 24 परगना जिला ईकाई की ओर से 21अप्रैल,2021को गूगल मीट पर ऑनलाइन कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया। जिसकी अध्यक्षता प्रांतीय अध्यक्ष डॉ. गिरधर राय ने की। कार्यक्रम का संचालन इसी इकाई की उप-सचिव सुषमा राय पटेल ने की। अध्यक्षीय वक्तव्य देते हुए डॉ. गिरधर राय ने कहा कि आज हम सबको मर्यादा पुरुषोत्तम राम के चरित्र को अपनाने की आवश्यकता है।
कार्यक्रम की शुरुआत सुदामी यादव द्वारा सरस्वती वंदना से हुई। दोस्ती में सम्मिलित रचनाकारों गिरधर राय, राम पुकार सिंह, कामायनी पांडेय संजय, सविता पांडेय, कंचन राय, डॉ. अरविंद कुमार मिश्रा, सुदामी यादव, सीमा सिंह, राजीव मिश्र, सुषमा राय पटेल द्वारा रामनवमी को केंद्रित करके अपनी काव्यांजलि दी।
प्रांतीय मंत्री बलवंत सिंह, डॉक्टर सुभाष चंद्र लीलावती मिश्रा, श्रुति पांडेय, मंजूश्री चटर्जी, आशुतोष पांडेय, सुमन जी, उमा जयसवाल तथा राकेश जयसवाल ने अपनी गरीमामयी उपस्थिति से कार्यक्रम में रचनाकारों का हौसला बढ़ाया। धन्यवाद ज्ञापन जिला अध्यक्ष, राजीव मिश्र द्वारा किया गया।