काली दास पाण्डेय, मुंबई । भारतीय फिल्म निर्माण क्षेत्र का पहला और एकमात्र अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सबसे पुराना संघ इंडियन मोशन पिक्चर प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन (IMPPA) का चुनाव 2022 का चुनाव पिछले दिनों अंधेरी (पश्चिम), मुम्बई स्थित वालिया हॉल में सम्पन्न हुआ। इस चुनाव में अभय सिन्हा ग्रुप ने धमाकेदार जीत के साथ अपना परचम लहराया। के सी बोकाड़िया ग्रुप को भी आंशिक सफलता मिली। अभय सिंह के साथ-साथ उनके ग्रुप के जिन लोगों ने जीत हासिल की उनके नाम क्रमशः प्राइम मेंबर अशोक पंडित, अतुल पटेल, बाबू भाई थीबा, भरत एन पटेल, घश्याम तलाविया, हरसुख भाई पटेल, जगदीश बारिया, निशांत उज्जवल, प्रदीप सिंह, राज कुमार पांडेय, रत्नाकर कुमार, रोशन सिंह, टीनू वर्मा, विनोद गुप्ता, यूसुफ शेख हैं।
अभय सिंह के ग्रुप से एसोसिएट क्लास मेंबर कुक्कू कोहली, सुषमा शिरोमणि और टी वी प्रोड्यूसर संजीव सिंह बॉबी ने भी चुनाव में जीत हासिल करने में कामयाब रहे। के सी बोकाड़िया ग्रुप का प्रदर्शन अच्छा रहा। परंतु उनके ग्रुप से प्राइम मेंबर एक भी नहीं जीते। एसोसिएट क्लास मेंबर अमित बोकाड़िया, रिकू राकेश नाथ, महेंद्र धारीवाल और टी वी प्रोड्यूसर मनीष जैन ने जीत हासिल की। उम्मीद की जा रही है कि अभय सिन्हा के नेतृत्व में इंडियन मोशन पिक्चर प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन का नया स्वरूप नज़र आएगा।
विदित हो कि 1937 में विख्यात फिल्मकार खान बहादुर अर्देशिर एम. ईरानी के संरक्षण में इंडियन मोशन पिक्चर प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन की आधारशिला रखी गई थी। स्थापना काल में जुड़े निर्माता सदस्य अर्देशिर एम. ईरानी, चंदूलाल जे. शाह, एम.ए. फ़ज़ल-भोय, जे.बी.एच. वाडिया, चिमनलाल बी. देसाई, रुस्तम सी.एन. ब्रोचा और शंकरलाल जे. भट्ट आदि ने इम्प्पा को अपनी दूरदर्शिता और संगठनात्मक क्षमता से सींचा और फिल्म निर्माता सदस्यों के लिए छायादार और फलदार बृक्ष का स्वरूप प्रदान किया।
इम्प्पा के (IMPPA) के उद्भव व विकास यात्रा में महान फिल्मकार वी शांताराम, राय बहादुर चुन्नीलाल, छोटूभाई जे. देसाई, छोटूभाई डी. देसाई, के.एम. मोदी, जैमानी दीवान, दलसुख एम. पंचोली, एस.के. पाटिल, किशोर साहू, जे.पी. तिवारी, जे.बी. रूंगटा, बिमल रॉय, आर. चंद्रा, जे.ओम प्रकाश, महबूब खान, रोशनलाल मल्होत्रा, जी.पी. सिप्पी, आई.एस. जौहर, नरगिस दत्त, रामप्रकाश छिब्बर, राम बोहरा, प्रकाश मेहरा, रामराज नाहटा, जिमी निरूला, सुल्तान अहमद, के.डी. शौरी, शक्ति सामंत के अलावा स्मिता ठाकरे, सावन कुमार टाक, सुषमा शिरोमणी, राकेश कुमार शर्मा, शबनम कपूर और टी.पी. अग्रवाल के योगदान को भुलाया नहीं जा सकता है।