आईआईएम संबलपुर को 9वें स्थापना दिवस पर इनक्यूबेशन सेंटर के लिए मिली 2 मिलियन डॉलर की फंडिंग

एंटरप्रेन्योरशिप इकोसिस्टम को बढ़ावा देने के लिए इंडिया एक्सेलेरेटर के साथ समझौता

संबलपुर। आईआईएम संबलपुर ने अपना 9वां स्थापना दिवस थीम ‘एक्सेलरेटिंग स्टार्टअप्स इकोसिस्टम’ के साथ मनाया। इस अवसर पर ईएसकेवाईईएन वेंचर्स के सुशांत कुमार ने स्टार्ट-अप और उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए आईआईएम संबलपुर के इनक्यूबेशन सेंटर को 2 मिलियन यूएस डालर का फंड देने की प्रतिबद्धता जताई। इसके अलावा आईआईएम संबलपुर के इनक्यूबेट्स के लिए एंटरप्रेन्योरशिप इकोसिस्टम क्षमता निर्माण के लिए आईआईएम संबलपुर और इंडिया एक्सेलेरेटर के बीच एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर भी किए गए।

माननीय केंद्रीय शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने मुख्य अतिथि के रूप में समारोह को संबोधित किया। श्री प्रधान ने एक वीडियो संदेश के माध्यम से आईआईएम संबलपुर को उसके 9वें स्थापना दिवस पर बधाई दी। उन्होंने उद्यमियों को बढ़ावा देने और स्थानीय बुनकरों और कारीगरों की आजीविका में सहायता करने के लिए आईआईएम संबलपुर द्वारा इंडिया एक्सेलेरेटर, सिडबी और फ्लिपकार्ट जैसे बिजनेस के साथ किए गए गठबंधनों और साझेदारियों की सराहना की। अपने प्रेरणादायक भाषण में मुख्य अतिथि ने विद्यार्थियों से आईआईएम संबलपुर के तीन स्तंभों नवाचार, समावेशिता और अखंडता को अपनी सभी गतिविधियों में दिशासूचक बिंदु के रूप में उपयोग करने का आग्रह किया। उन्होंने स्वीकार किया कि आईआईएम संबलपुर ने उन्हें पेशेवर सफलता के लिए आवश्यक ज्ञान और क्षमताएं दी हैं और आग्रह किया कि विद्यार्थी अपने बड़े उद्देश्य को लगातार याद रखें, उत्कृष्टता के लिए प्रयास करें, समाज को वापस लौटाएं और उन मूल्यों को बनाए रखें जो भारत को 2047 तक एक विकसित देश बनने में मदद करेंगे।

समारोह के विशिष्ट अतिथि ईएसकेवाईईएन वेंचर्स और इंडस कैपिटल, यूएसए के संस्थापक और प्रिंसिपल सुशांत कुमार ने राम श्रीराम जैसे शुरुआती निवेशकों के विश्वास की महत्वपूर्ण भूमिका को रेखांकित किया, जो गूगल में पहले निवेशक थे और उन्होंने कंपनी के अलाभकारी वर्षों के दौरान भी लैरी पेज और सर्गेई ब्रिन का समर्थन किया था। उन्होंने धन उगाहना, ऋण भुगतान और नौकरी की स्थिरता जैसी उन भारी बाधाओं पर प्रकाश डाला, जो कंपनियों को परेशान करती और जिन्हें सहानुभूति रखते हुए दूर करना होगा। इसके अतिरिक्त कुमार ने आईआईएम संबलपुर में एक इन्क्यूबेशन सेंटर के लिए कुल 2 मिलियन डॉलर की बड़ी फंडिंग की घोषणा की। उन्होंने प्रोफेसर जैसवाल और उनकी टीम के गतिशील नेतृत्व की सराहना करते हुए आश्वासन दिया कि परियोजना का कार्यान्वयन शीघ्र ही शुरू होगा।

मुख्य वक्ता आई-हब गुजरात के सीईओ हिरण्मय महंत ने स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय की अभिनव भावना की एक कहानी साझा की। 1939 में जब स्टैनफोर्ड की स्थापना हुई थी तब उसे अमेरिकी विदेश विभाग के इनोवेशन फंड से 50,000 डॉलर मिले थे, लेकिन नवाचार को बढ़ावा देने की उनकी रणनीति ने उन्हें एक बड़ी ताकत बना दिया। इसी तरह, उनका मानना था कि डॉ. जैसवाल के प्रेरणादायक नेतृत्व की बदौलत आईआईएम संबलपुर उद्यमिता और नवाचार को बढ़ावा देने में अग्रणी बनेगा। स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी की तरह संस्थान के पास भविष्य को प्रभावित करने का शानदार अवसर है। इसके अतिरिक्त, उन्होंने विद्यार्थियों नवाचारी मानसिकता अपनाने, अवसरों को विवेकपूर्ण तरीके से लपकने और प्रश्न पूछने से न डरने के लिए प्रोत्साहित किया।

स्वागत भाषण में आईआईएम संबलपुर के निदेशक प्रोफेसर महादेव जायसवाल ने कहा, ’23 सितंबर, 2015 को स्थापना के बाद से अपनी 8 साल की यात्रा के भीतर आईआईएम संबलपुर ने शीर्ष आईआईएम में अपनी जगह बनाई है। आईआईएम संबलपुर का दृष्टिकोण उद्यमशीलता की मानसिकता और नवाचार, समावेशिता और अखंडता पर केंद्रित मूल मूल्यों वाले जिम्मेदार संस्थान के रूप में आगे बढ़ना है। हमारे लिए यह भी सौभाग्य की बात है कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने 2 जनवरी, 2021 को संस्थान की आधारशिला रखी। इन 8 वर्षों में हमने कई उपलब्धियां हासिल की, 2019 में, हमने शीर्ष बी-स्कूलों में इतिहास रचा; 2019 में, आईआईएम संबलपुर ने 50 प्रतिशत लैंगिक विविधता हासिल की, जिसका सभी आईआईएम ने अनुसरण किया।’

उन्होंने एमबीए बैच में गैर-इंजीनियरिंग विद्यार्थियों के प्रतिशत में वृद्धि की प्रवृत्ति के बारे में भी बात की, जिसमें आईआईएम संबलपुर देश में अग्रणी बनकर उभरा। निदेशक ने आगे के समझौता ज्ञापनों और तीन अनूठी परियोजनाओं के बारे में जानकारी दी, जैसे बुनकरों और कारीगरों को बढ़ावा देने के लिए बुनकरवैलीज.कॉम, ओडिशा के लोगों के लिए खदानों और खनिजों का अध्ययन करने के लिए मिनरलवैलीज.कॉम और देश में डिजिटल नेतृत्व को बढ़ावा देने के लिए डिजिटलवैल्यू.कॉम।

आई-हब गुजरात के सीईओ हिरण्मय महंत ने विशिष्ट अतिथि के रूप में कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाई। इस अवसर पर, इंडिया एक्सेलेरेटर के पार्टनर श्री अरिंदम मुखोपाध्याय; इंडिया एक्सेलेरेटर के को—फाउंडर और मैनेजिंग पार्टनर श्री दीपक शर्मा; संयुक्त राज्य अमेरिका से ईएसकेवाईईएन वेंचर्स और इंडस कैपिटल के फाउंडर और प्रिंसिपल श्री सुशांत कुमार और आईजी ड्रोन के फाउंडर और सीईओ श्री बोधिसत्व संघप्रिय भी उपस्थित थे।

इस अवसर पर विभिन्न क्षेत्रों में प्रमुख उपलब्धि हासिल करने वालों को गणमान्य व्यक्तियों द्वारा सम्मानित किया गया। श्री अमृत मोहंती, सीएओ आई/सी ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। कार्यक्रम का समापन ‘एक्सेलरेटिंग स्टार्टअप्स इकोसिस्टम’ विषय पर एक गोलमेज चर्चा के साथ हुआ।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

1 + eighteen =