कोलकाता। तृणमूल कांग्रेस के नेता अनुब्रत मंडल के जेल से बाहर आने पर उनका स्वागत एक नायक की तरह करने की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की अपील के एक दिन बाद मंडल ने शुक्रवार को कहा कि उन्हें खुशी है कि संकट के समय ‘दीदी’ उनके साथ खड़ी हैं। मंडल को 2010 में हुए मंगलकोट विस्फोट मामले में बिधाननगर दीवानी अदालत में पेश करने के लिए जब आसनसोल जेल से ले जाया जा रहा था, तब उन्होंने संवाददाताओं से बात की। मामले के आरोप पत्र में उनका नाम है। मंडल ने कहा, ‘‘कोई पूरी जिंदगी जेल में नहीं बिताता।
किसी विचाराधीन कैदी को किसी न किसी समय रिहा करना होता है। मेरा मनोबल नहीं टूटा है। मेरे लिए इतना काफी है कि हमारी नेता, सम्मानित दीदी मेरे साथ हैं।’’ केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने पश्चिम बंगाल से मवेशियों की बांग्लादेश को कथित तस्करी के मामले में अपनी जांच के सिलसिले में 11 अगस्त को तृणमूल कांग्रेस नेता मंडल को गिरफ्तार किया था। आसनसोल की एक विशेष सीबीआई अदालत ने उन्हें दो बार 14 दिन की हिरासत में भेजा था।
तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष और मुख्यमंत्री बनर्जी इस दौरान मंडल के साथ खड़ी रहीं, वहीं स्कूल भर्ती घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा गिरफ्तार किये जाने के बाद पार्थ चटर्जी को पार्टी ने बाहर का रास्ता दिखा दिया था। बनर्जी ने तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘‘अनुब्रत एक दिन जेल से बाहर आएंगे और जब भी वह जेल से बाहर आएं तो आप उनका स्वागत नायक की तरह करेंगे। वह अस्वस्थ हैं और हर चुनाव से पहले उनकी गतिविधि सीमित कर दी जाती है।’’