तारकेश कुमार ओझा : हावड़ा के बेलूर स्थित रामकृष्ण मिशन शिक्षा मंदिर में संस्थान के पूर्व छात्र संघ द्वारा आयोजित पूर्व छात्र सम्मेलन 2024 आयोजित किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत छात्रावास प्रार्थना कक्ष में श्री श्री ठाकुर, श्री श्रीमा और स्वामीजी महाराज के चरणों में श्रद्धा ज्ञापन और कॉलेज ध्वज फहराने के साथ हुई। फिर संगोष्ठी का दौर शुरू हुआ।
परिचर्चा बैठक के मंच पर उपस्थित शिक्षण मंदिर के प्रमुख पूर्व छात्रों में महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य श्रीमत स्वामी तत्वसरानंदजी, वर्तमान प्राचार्य श्रीमत स्वामी विद्यामृतानंदजी, शिक्षणमंडी शिक्षा संघ और रामकृष्ण मिशन के सदस्यों में से एक विद्यामंदिर के प्राचार्य श्रीमत स्वामी महाप्रज्ञानंदजी, रामकृष्ण मिशन विद्याभवन, मेदिनीपुर के प्रधानाध्यापक श्रीमत स्वामी जयेशानंदजी महाराज के साथ पूर्व संघ उपाध्यक्ष डॉ. शिहरण चक्रवर्ती और सचिव डॉ. अजय घोष आदि उपस्थित थे।
उपस्थित कई अन्य पूर्व छात्रों ने अकादमी में अपने प्रशिक्षण सत्रों को याद करके और व्यक्तिगत भावनाओं को व्यक्त करके कॉलेज के अतीत को छुआ।
विचार विमर्श बैठक में शिक्षा मंदिर में पूर्व परिषद की नवगठित कार्यकारिणी के सदस्यों के नामों की घोषणा की गई। डॉ. शिहरण चक्रवर्ती एवं डॉ. विश्वजीत चट्टोपाध्याय ने सर्वसम्मति से क्रमश: अध्यक्ष एवं सचिव पद को सुशोभित किया।
अपनी स्थापना के बाद से, शिक्षण मंदिर की पूर्व संसद विभिन्न प्रकार की सेवाओं जैसे रक्तदान शिविर, वृक्षारोपण, वृक्ष वितरण, जल आपूर्ति, संकटग्रस्त-छात्र-सहायता आदि के आयोजन में लगी हुई है।
बाढ़ की स्थिति में इस पूर्व संसद ने राहत कार्यों में विशेष भूमिका निभाई है।
इस विषय पर चर्चा करते हुए शिक्षण मंदिर के प्राचार्य श्रीमत स्वामी विद्यामृतानंदजी महाराज ने कहा, ”शुरू से ही हमारे पूर्व छात्र विभिन्न तरीकों से समाज के कल्याण के लिए आगे आये हैं। मैं प्रार्थना करता हूं कि पूर्व संसद का कामकाज भविष्य में भी जारी रहेगा और इसके कार्य का दायरा बढ़ाया जाएगा।”
पूर्व संसद के सचिव डॉ. अजय घोष ने कहा, ”हमारी नई योजना शैक्षणिक चर्चा और कार्यशालाएं आयोजित करने की है. मैं इस संबंध में सभी के सहयोग की कामना करता हूं।”
इस दिन, रामकृष्ण मिशन शिक्षणमंडी की पूर्व परिषद की ‘स्मरणिका’ पत्रिका का 2024 संस्करण प्रकाशित हुआ और डॉ. शिहरन चक्रवर्ती और डॉ. प्रसेनजीत द्वारा लिखित ‘चतुस्पति-केंद्रित अध्ययन इन नबद्वीप: एन एक्सप्लोरेशन’ नामक शोध पुस्तक प्रकाशित हुई।
इस दिन चर्चा बैठक और दोपहर के भोजन के बाद एक संगीतमय प्रस्तुति का आयोजन किया गया। महाविद्यालय का विवेकानन्द मंडप पूर्व छात्रों की मधुर गायन एवं वाद्य प्रस्तुतियों से शोभायमान था। पश्चिम बंगाल सहित देश के अन्य राज्यों में कार्यरत शिक्षण मंदिर के कई पूर्व छात्रों के आगमन से आज का पूर्व छात्र सम्मेलन आनंदमय हो गया।
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