महान स्वतंत्रता सेनानी स्व. मुकुंद राम ताँती की 119वीं जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई

बिहार, आज महान स्वतंत्रता सेनानी, तत्कालीन बिहार विधानसभा के माननीय पूर्व विधायक पान गुरु स्व० मुकुन्द राम ताँती जी की 119वीं जयंती हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। पान, स्वासी समाज (बुनकर समाज) के प्रथम निर्वाचित माननीय भूतपूर्व विधायक, स्वतंत्रता सेनानी, पान गुरु स्वर्गीय मुकुन्दराम ताँती जी, बिहार/झारखंड के पान, स्वाँसी समाज के साथ राष्ट्रीय स्तर पर पान, कोली समाज में आदर्श के प्रतीक हैं।

इनका जन्म : 15 मार्च 1902 को तथा निधन : 18 अप्रैल 2005 हुआ था। माननीय पूर्व विधायक स्व० पान गुरु मुकुन्दराम ताँती जी एक साफ-सुथरी छवि वाले तथा कर्मठ और सकारात्मक सोच रखने वाले समाजसेवी नेता थे। उनका पहला आंदोलन बिहार के एक छोटे से चीनी मिल से प्रारंभ हुआ था। अपने कर्मठता एवं न्यायप्रियता के चलते वे देखते ही देखते काफी लोकप्रिय हो गए थे। स्वर्गीय मुकुंद राम ताँती जी के पास जयपाल सिंह मुंडा के द्वारा 1952 में बहरागोड़ा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने के लिए सुझाव आया तो उन्होंने इसे स्वीकार किया तथा 1952 के बिहार विधानसभा चुनाव में क्षेत्रीय पार्टी (निर्दलीय) से निर्वाचित हो कर गरीबों, मजदूरों और निचले तबके की आवाज बन कर बिहार विधानसभा में पहुंचे।

चाईबासा मध्य विद्यालय में हर साल शिक्षकों एवं छात्र-छात्राओं को प्रेरित करने के लिए पुरस्कार वितरण किया करते थे। सामाजिक संगठनों के माध्यम से पान समाज को संगठित कर अपने अधिकार के प्रति जागरूक कर आग्रह एवं आंदोलन दोनों रास्तों से अपने अधिकार प्राप्त करने का कार्य आजीवन प्रतिबद्ध होकर करते रहे। स्व० मुकुन्दराम ताँती के पान, स्वासी जाती के बिहार प्रदेश में ही अनेकों उपाधियां जैसे राम, दास, शर्मा, मंडल, ताँती, ततवा, प्रसाद और देश स्तर पर कोली, कोरी इत्यादि है।

उनका स्पष्ट कहना था कि पान, स्वासी समाज में अनेकों उपाधि के कारण कोई पहचान नहीं बन पा रहा है और समाज को अनेकों परेशानियों का सामना करना पड़ा रहा है। पान, स्वाँसी जाति के कमजोर वर्गों के लिए उन्होंने 6 किताब लिखे, जिससे कि अनुसूचित के अंतर्गत जाति नीति नियमों के अनुसार से अपनी 1 : सामाजिक 2 : आर्थिक 3 : शैक्षणिक 4 : राजनीतिक स्थिति को बढ़ाएं, जिससे समाज को मजबूती प्रदान किया जा सके।

स्वर्गीय मुकुंद राम ताँती जी का एकमात्र लक्ष्य था की समाज एक सूत्र में संगठित होकर मजबूती से राजनैतिक हिस्सेदारी प्राप्त करे, जिससे शैक्षणिक, आर्थिक एवं सामाजिक विकास संभव हो सके।
नोआमुंडी जोड़ा माइन्स यूनियन कमेटी के पूर्व अध्यक्ष रह चुके स्वर्गीय मुकुंद राम ताँती 29 वर्षों तक जोड़ा माइन्स टाटा स्टील कार्यरत थे।

स्वर्गीय मुकुंदराम ताँती जी हमेशा कहते रहे कि “पान हमारी मूल जाती है और ताँती, ततवा, राम, दास, शर्मा, उपाधि मात्र है। उनके साथ स्व० झडी़लाल दास एवं स्व० सुखदेव बाबू भी बल देते रहे, साथ ही पान समाज के अनेकों नेतागण के प्रयासों के फलस्वरूप पान समाज को अंततः 2015 में अनुसूचित जाति की सुविधा नीतीश कुमार की सरकार द्वारा मिली।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की न्यायप्रियता से आज पान समाज चौमुखी विकास की ओर कदम बढ़ा रही हैं।

उनके शिष्य रह चुके झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा द्वारा स्वर्गीय पान गुरु मुकुंद राम ताँती की प्रतिमा 2007 में जगन्नाथ मेन चौक पर उनकी मूर्ति स्थापित की गई, जो उनके लोकप्रियता को आज भी प्रमाणित करती है। स्वर्गीय पान गुरु मुकुंद राम ताँती की बिहार विधानसभा में भी तस्वीर लगी हुई है‌।

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