सिलीगुड़ी। सिलीगुड़ी में आज से शुरू जी-20 सम्मेलन में शामिल होने 151 लोगों का प्रतिनिधिमंडल पहुंचा है। गुजरात के कच्छ के बाद सिलीगुड़ी में दूसरे जी-20 सम्मेलन का आयोजन किया गया है। 151 लोगों के प्रतिनिधिमंडल शनिवार को बागडोगरा हवाई अड्डे पर उतरा। सम्मेलन में भाग लेने विदेशी महमानों का हवाई अड्डे पर ढाक बजाकर व आदिवासी नृत्य के साथ भव्य तरीके से स्वागत किया गया। जानकारी मिली है कि इस तीन दिवसीय सम्मेलन में प्रतिनिधि मंडल के सदस्य मुख्य रूप से प्रदेश के विकास पर चर्चा करेंगे साथ ही आने वाले दिनों में पर्यटन का विकास पर भी चर्चा होगी।
फिर विदेशी मेहमानों को विस्तार से दिखाया जाएगा कि मकाईबाड़ी के कारखाने में चाय की पत्तियों को कैसे प्रॉसेस किया जाता है। मकाईबाड़ी रिजॉर्ट में होगी एडवेंचर टूरिज्म की चर्चा। वहीं रविवार, 2 अप्रैल को सेकेंड टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की बैठक चमटा चाय रिजॉर्ट, सिलीगुड़ी में होगी। प्रोजेक्टर के माध्यम से उत्तर बंगाल के कई मुद्दों को प्रस्तुत किया जाएगा और पर्यटन क्षेत्र को और ज्यादा कैसे विकसित किया जाए, इस पर चर्चा की जाएगी। सोमवार, 3 अप्रैल को जी-20 समिट में शामिल होने वाले विदेशी मेहमानों का स्वागत दार्जिलिंग रेलवे स्टेशन, बतासिया लूप में किया जाएगा।
दार्जिलिंग रेलवे स्टेशन और राजभवन को दिखाया जाएगा आसपास विदेश से आए मेहमानों के लिए पर्यटन मंत्रालय की ओर से दार्जिलिंग के मॉल चौराहे पर विशेष सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इस अवसर पर केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किसान रेड्डी, पर्यटन सचिव अरविंद सिंह और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहेंगे। जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले विदेशी प्रतिनिधि चार अप्रैल को बागडोगरा से विशेष विमान से लौटेंगे।
जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए बागडोगरा पहुंचे विदेशी मेहमान
सिलीगुड़ी। जी-20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए विभिन्न देशों के प्रतिनिधि सिलीगुड़ी पहुंचे। वे दिल्ली से चार्टर्ड फ्लाइट से शनिवार सुबह बागडोगरा एयरपोर्ट पहुंचे। वहां से वे सीधे चामटा इलाके में एक लग्जरी होटल पहुंचे। मालूम हो कि प्रतिनिधिमंडल वहां से सीधे कार्शियांग के लिए रवाना होगा। आज करशियांग के मोकाईबाड़ी चाय बागान में चांदनी में चाय की पत्तियां तोड़ने का काम, ‘मून लाईट टी प्लकिंग’उनके सामने पेश किया जाएगा।