कोलकाता । पश्चिम बंगाल के नवनियुक्त राज्यपाल डॉक्टर सीवी आनंद बोस ने अपनी नियुक्ति के बाद पहली बार भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश स्तर के शीर्ष नेताओं को मिलने के लिए बुलाया है। प्रदेश भाजपा सूत्रों ने बताया है कि वरिष्ठ भाजपा विधायक और नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी तथा प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार को मिलने के लिए राजभवन बुलाया गया है। वे आज ही बुधवार अपराह्न के समय राजभवन जायेंगे। सूत्रों ने बताया है कि पश्चिम बंगाल में केंद्रीय योजनाओं में भ्रष्टाचार, प्रशासन का पक्षपातपूर्ण रवैया और राज्य भर में सरकारी योजनाओं में भेदभाव को लेकर शिकायत करेंगे।
खास बात यह है कि प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष दिलीप घोष के खिलाफ सार्वजनिक मंच से बयानबाजी करने वाले शुभेंदु अधिकारी के साथ वर्तमान प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार की ट्यूनिंग अच्छी दिख रही है। एक दिन पहले ही दोनों ने बालूरघाट में एक दूसरे के साथ जनसभा की थी और दोनों ने एक दूसरे की खूब सराहना भी की थी। अब दोनों एक साथ राजभवन जा रहे हैं। अभी हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की ओर से हरी झंडी दिखाए जाने के बाद शुरू हुई पूर्वी भारत की पहली वंदे भारत ट्रेन पर पथराव के बीच राज्य के कई जिलों में बम ब्लास्ट की घटनाओं में कई लोगों के घायल होने की खबरें आई हैं। इन तमाम मुद्दों को लेकर भाजपा नेता राज्यपाल से शिकायत करेंगे। सुकांत मजूमदार ने इस संबंध में बुधवार सुबह कहा कि हमने खुद ही राज्यपाल से मिलने के लिए समय मांगा था। अब उन्होंने बुलाया है तो हम लोग मिलने जाएंगे। राज्य के जो हालात हैं उस बारे में उनसे शिकायत भी करेंगे।
उल्लेखनीय है कि नवंबर महीने में सीवी आनंद बोस को पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के तौर पर नियुक्त किया गया था। उनके शपथ ग्रहण समारोह में भाजपा की ओर से नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी अनुपस्थित थे। डॉक्टर सीवी आनंद बोस से पहले भारत के वर्तमान उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ राज्य के राज्यपाल थे जो अमूमन हर रोज राज्य सरकार के खिलाफ मुखर रहते थे लेकिन बोस की नियुक्ति के करीब ढाई महीने बीतने को है और किसी भी मुद्दे पर उनकी मुखरता अभी तक नजर नहीं आई है। खास बात यह है कि राजभवन के साथ अमूमन टकराव की वजह से सुर्खियों में रहने वाली पश्चिम बंगाल सरकार और मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का संबंध भी अब नवनियुक्त राज्यपाल से बेहद मधुर है।