कोलकाता। पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मंगलवार को ममता बनर्जी सरकार से बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट (बीजीबीएस) पर एक श्वेत पत्र लाने का आह्वान किया, जिसमें उन कार्यक्रमों के माध्यम से राज्य में आकर्षित किए गए निवेश का विवरण हो। बीजीबीएस के पांच संस्करणों के परिणामस्वरूप राज्य को प्राप्त वास्तविक निवेश के बारे में एक साल पहले तत्कालीन वित्त मंत्री से मांगी गई जानकारी न उपलब्ध कराये जाने पर चिंता व्यक्त करते हुए राज्यपाल ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार की शानदार सफलता जमीनी हकीकत से कोसों दूर है।
कोविड-19 महामारी के कारण दो साल के अंतराल के बाद राज्य सरकार अप्रैल 2022 में बीजीबीएस का एक और संस्करण आयोजित करने की तैयारी कर रही है। धनखड़ ने निवेश के लिए कानून का शासन, मानवाधिकारों और लोकतांत्रिक मूल्यों का सम्मान अनिवार्य करार देते हुए कहा कि इन मोर्चों पर बहुत कुछ करने की जरूरत है। उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, “यह हमारा दायित्व है कि हम तथ्यों की पवित्रता रखें और केवल विज्ञापनों और बयानों के माध्यम से कार्यों का प्रदर्शन न करें।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार ने राज्यपाल से आग्रह किया था कि वह राज्य को औद्योगिक निवेश के लिए बेहतरीन राज्य के तौर पर आगे बढ़ाएं और उन्होंने इस उद्देश्य की पूर्ति के लिए विदेश यात्रा के लिए सहमति भी जताई थी। राज्यपाल ने पिछले साल अगस्त में मुख्यमंत्री को लिखे एक पत्र में कहा था कि उन्होंने पहले विभागीय सचिव और फिर वित्त मंत्री से बीजीबीएस के पांच संस्करणों की जानकारी मांगी थी, लेकिन वह नहीं मिली।