कोलकाता : बंगाल में स्कूल-कॉलेज फिलहाल नहीं खुलेंगे। शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी के साथ विश्वविद्यालयों के कुलपतियों की हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया। गौरतलब है कि शिक्षा मंत्री ने 24 घंटे पहले ही कहा था कि बंगाल सरकार आगामी 12 फरवरी से सूबे में स्कूलों को खोलने पर विचार कर रही है। फिलहाल नौवीं से बारहवीं तक की कक्षाएं शुरू करने के बारे में सोचा जा रहा है। प्राथमिक श्रेणी की कक्षाएं फिलहाल शुरू नहीं की जाएंगी। तीन फरवरी को विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ होने वाली बैठक में इसपर विचार किया जाएगा और उसके बाद ही अंतिम तौर पर कोई निर्णय लिया जाएगा।
शिक्षा मंत्री पिछले साल दिसंबर से कई बार स्कूल खोलने की बात कर चुके हैं, हालांकि कोरोना के हालात को देखते हुए अबतक यह संभव नहीं हो पाया है। गौरतलब है कि माध्यमिक व उच्च माध्यमिक परीक्षा के मद्देनजर स्कूलों पर पाठ्यक्रम को पूरा कराने का भी दबाव है। जून में माध्यमिक और उच्च माध्यमिक की परीक्षाएं होने वाली हैं। सूबे में पिछले साल मार्च से ही स्कूल बंद हैं, हालांकि ऑनलाइन कक्षाएं चल रही हैं। स्कूलों को सैनिटाइज करने का काम चल रहा है। सूत्रों से पता चला है कि पिछले महीने ही शिक्षा विभाग ने मुख्यमंत्री कार्यालय को स्कूलों को खोले जाने के संबंध में एक प्रस्ताव भेजा था।
स्थिति में सुधार होने के बाद धीरे धीरे कई राज्यों में स्कूल खुल गए हैं। इनमें असम, बिहार, दिल्ली, गुजरात, केरल, कर्नाटक, ओडिशा, पंजाब और राजस्थान शामिल हैं। कुलपतियों के साथ बैठक में सबकी राय जानने के बाद सर्वसम्मति से फिलहाल स्कूल-कालेज नहीं खोलने का निर्णय लिया गया। पार्थ ने कहा-‘हम अभिभावकों के स्कूल-कालेज खोलने के आवेदन पर विचार-विमर्श कर रहे हैं लेकिन राज्य सरकार जल्दबाजी में कोई निर्णय नहीं लेना चाहती।Ó उन्होंने छात्र समुदाय को आनलाइन क्लास जारी रखने की सलाह दी।