National Desk : UNESCO की विश्व धरोहरों की लिस्ट में भारत की 6 जगहों को शामिल किया गया है। केन्द्रीय संस्कृति मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने इस बारे में जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की संभावित सूची में शामिल कराने के लिए देश से 9 स्थानों का नाम भेजा गया था, जिसमें से 6 स्थलों को मंजूरी मिल गई है।
यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की संभावित फेहरिस्त में देश से वाराणसी के गंगा घाट, तमिलनाडु के कांचीपुरम मंदिर, मध्य प्रदेश के सतपुड़ा टाइगर रिजर्व, मध्य प्रदेश के जबलपुर के भेड़ाघाट, महाराष्ट्र के मराठा मिलिट्री आर्किटेक्चर और कर्नाटक के हीरे बेनाकल को शामिल किया गया है।
इन 6 स्थानों के संभावित सूची में शामिल होने के बाद भारत से यूनेस्को विश्व धरोहर सूची के लिए दिए गए नामों की कुल तादाद 48 हो गई है। 2019 की गाइडलाइंस के मुताबिक, किसी भी जगह को यूनेस्को की विश्व धरोहर सूची में शामिल करने के लिए पहले उसे संभावित स्थलों की लिस्ट में शामिल किया जाता है।
इस गाइडलाइन के बाद यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थलों की संभावित सूची में अब भारत के 48 जगह शामिल हैं। वर्ष 2020 में मध्य प्रदेश के ग्वालियर और ओरछा शहरों को UNESCO के विश्व धरोहर शहरों की लिस्ट में शामिल किया गया था।
ओरछा एक ऐसा स्थान है, जहाँ भगवान राम की पूजा राजा राम के रूप में होती है। इसके साथ ही गुजरात के अहमदाबाद को यूनेस्को की विश्व हेरिटेज सिटी घोषित किया जा चुका है। अहमदाबाद भारत का पहला ऐसा शहर था, जिसे विश्व धरोहर शहर घोषित किया गया था।