नयी दिल्ली। राज्यसभा में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बुधवार को कहा कि भारत की अध्यक्षता में अगले वर्ष होने वा जी 20 शिखर सम्मेलन न सिर्फ हाई प्रोफाइल बैठक होगी बल्कि इसमें वैश्विक चुनौतियों वाली प्रमुख मुद्दों पर गंभीरता से विचार विमर्श भी किया जायेगा। जयशंकर ने संसद के शीतकालीन सत्र के पहले दिन आज राज्यसभा में भारत की विदेशी नीति पर अपने बयान में यह बात कही। उन्होंने कहा कि इंडोनेशिया की अध्यक्षता में आयोजित इस वर्ष के जी 20 शिखर सम्मेलन में भारत ने जी 20 की अध्यक्षता स्वीकार की है।
उन्होंने कहा कि भारत में जी20 की बैठकें शुरू हो चुकी हैं। सरकार का प्रयास इनमें से 200 बैठकों को भारत में विभिन्न स्थानों पर आयोजित करने का है जहां देश के विभिन्न उत्पादोें को वैश्विक मंच प्रदान करने की कोशिश होगी। इसमें एक जिला एक उत्पाद पर भी जोर दिया जायेगा। विदेशी मंत्री ने कहा कि 17वां प्रवासी भारतीय दिवस 8से 10 जनवरी 2023 में इंदौर में आयोजित किया जाएगा। दो वर्ष के अंतराल के बाद प्रवासी भारतीय दिवस मनाया जाएगा।
गुयाना के राष्ट्रपति इरफान अली इसमें मुख्य अतिथि होंगें। देश के विकास में भारतवंशियों के योगदान को रेखांकित करने के लिए प्रवासी भारतीय दिवस प्रत्येक वर्ष 9 जनवरी को मनाया जाता है। इसी दिन वर्ष 1915 में महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका से स्वदेश लौटे थे। उन्होंने बताया कि इस वर्ष गणतंत्र दिवस के मौके पर मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फत्ताह अल सिसी ने मुख्य अतिथि बनने के भारत के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है।
जयशंकर ने कहा,“ मुझे सदन को सूचित करते हुए खुशी हो रही है कि काशी को 2022-23 के लिए पहली एससीओ सांस्कृतिक और पर्यटन राजधानी के रूप में नामित किया गया है। यह हमारी सदियों पुरानी ज्ञान विरासत और हमारी सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करने की सुविधा प्रदान करेगा।”