चंडीगढ़। फरार स्वयंभू कट्टरपंथी सिख उपदेशक और ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह के चाचा हरजीत सिंह और एक अन्य को पंजाब के शाहकोट इलाके से गिरफ्तार किया गया है। पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) स्वप्न शर्मा ने सोमवार को यह जानकारी दी। उधर, पंजाब पुलिस ने तीसरे दिन भी सोमवार को ‘भगोड़े अमृतपाल सिंह के खिलाफ अपनी कार्रवाई जारी रखी। पुलिस ने अमृतपाल के सहयोगियों के पास से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया। अवैध हथियार मामले में उसके और उसके सहयोगियों के खिलाफ एक नई प्राथमिकी दर्ज की गई है।
पुलिस ने राज्य में शांति और कानून व्यवस्था को भंग करने का प्रयास करने वाले व्यक्तियों की प्रतिबंधात्मक गिरफ्तारी की। खालिस्तानी विचारधारा के वित्त को संभालने वाले दलजीत सिंह कलसी को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया गया। पिछले महीने अमृतसर के अजनाला इलाके में एक थाने का घेराव करने के आरोप में गिरफ्तार किए गए अमृतपाल के सात साथियों को ब्यास की एक अदालत ने 23 मार्च तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
फरार कट्टरपंथी नेता के चार सहयोगियों को सुरक्षा कारणों से असम के डिब्रूगढ़ ले जाया गया। पंजाब पुलिस के एक प्रवक्ता ने कहा कि अमृतपाल सिंह की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं। उन्होंने कहा कि पूरे राज्य में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों (एसएसपी) और पुलिस आयुक्तों (सीपी) के नेतृत्व में जिला पुलिस और अर्धसैनिक बलों द्वारा फ्लैग मार्च किया गया है, उन्होंने कहा कि सभी जिलों में शांति समिति की बैठकें भी आयोजित की गई हैं और राज्य में फिलहाल पूरी तरह से शांति और सद्भाव है।
‘वारिस पंजाब दे’ तत्वों और राज्य में शांति और सद्भाव को भंग करने का प्रयास करने वाले व्यक्तियों के खिलाफ चल रहे अभियानों के दौरान, रविवार को पंजाब से 34 और गिरफ्तारियां की गईं, इस संबंध में गिरफ्तार लोगों की कुल संख्या 112 हो गई है। प्रवक्ता ने बताया कि तलाशी अभियान के दौरान जालंधर जिले के सलीना गांव से एक लावारिस इसुजू वाहन बरामद किया गया है।
शनिवार को जब पुलिस अमृतपाल का पीछा कर रही थी, तब अमृतपाल ने इस वाहन का इस्तेमाल किया था। उन्होंने बताया कि लावारिस वाहन से एक .315 बोर राइफल, 57 कारतूस, एक तलवार और एक वायरलेस सेट बरामद किया गया है। उन्होंने कहा कि वाहन एसबीएस नगर के अनोखरवाल गांव के मनप्रीत सिंह का है, जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है। प्रवक्ता ने कहा कि अगर कोई फर्जी समाचार, अफवाहें या अभद्र भाषा फैलाता पाया गया तो कड़ी कार्रवाई की जाएगी।