कोलकाता। कोलकाता पुलिस की बैंक धोखाधड़ी शाखा ने आधार सक्षम भुगतान प्रणाली (एईपीएस) धोखाधड़ी जांच के दौरान एक व्यापक आपराधिक नेटवर्क का खुलासा करते हुए दो लोगों को गिरफ्तार किया है। ये आधारकार्ड के डाटा को जाउनलोड कर डुप्लीकेट फिंगर प्रींट बनाकर ग्राहकों के खाते से रुपये उड़ा लेते थे। शेक्सपियर सरनी पुलिस स्टेशन द्वारा की गई पूछताछ में घोटाले का विवरण सामने आया, जिसमें अपराधी ने संवेदनशील जानकारी प्राप्त की और रुपये चुराने के लिए उंगलियों के निशान दोबारा बनाए। एक पीड़ित के बैंक खाते से 28 हजार 900 रुपये निकाल लिए गए हैं।
शिकायतकर्ता, कोलकाता के बागुईआटी निवासी तुषार कांति मुखर्जी (46) ने अधिकारियों को घटना के बारे में शिकायत दी थी। वैध बैंक खाताधारकों की आड़ में काम करने वाले अपराधियों ने बैंक खाते से जुड़े आधार कार्ड नंबर सहित पीड़ित के निजी डेटा तक पहुंच हासिल करने के लिए अत्याधुनिक तकनीक का सहारा लिया है।
इसके बाद, अपराधियों ने पीड़ित की उंगलियों के निशान की जालसाजी और क्लोनिंग की। इस इलेक्ट्रॉनिक डेटा के साथ, उन्होंने एईपीएस के माध्यम से अनधिकृत लेनदेन को अंजाम दिया, जिसके परिणामस्वरूप शिकायतकर्ता को वित्तीय नुकसान हुआ और धोखेबाजों को लाभ हुआ। आरोपी पर भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 120बी/419/420/467/468/471 के तहत आरोप हैं। पूछताछ जारी है।