।।आज का राशिफल एवं पंचांग।।
11 फरवरी 2022 शुक्रवार
मेष : (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, आ)
स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। वाहन, मशीनरी व अग्नि आदि के प्रयोग में विशेषकर स्त्रियां सावधानी रखें। कार्यों की गति धीमी रहेगी। बुद्धि का प्रयोग करें। प्रयास अधिक करना पड़ेंगे। निराशा हावी रहेगी। आय में निश्चितता रहेगी। व्यापार ठीक चलेगा। लाभ होगा।
वृष : (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
आशंका-कुशंका के चलते कार्य की गति धीमी रह सकती है। घर-परिवार के किसी सदस्य के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी। वैवाहिक प्रस्ताव प्राप्त हो सकता है। कारोबार में वृद्धि के योग हैं। सभी ओर से सफलता प्राप्त होगी। दुष्टजन हानि पहुंचा सकते हैं। लाभ होगा।
मिथुन : (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, ह)
जीवनसाथी से कहासुनी हो सकती है। संपत्ति के बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। बेरोजगारी दूर होगी। करियर बनाने के अवसर प्राप्त होंगे। नौकरी में प्रशंसा प्राप्त होगी। पारिवारिक सहयोग से कार्य में आसानी होगी। दूसरों के कार्य में दखल न दें। प्रमाद से बचें।
कर्क : (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
बौद्धिक कार्य सफल रहेंगे। लाभ के असवर हाथ आएंगे। यात्रा में सावधानी रखें। किसी पारिवारिक आनंदोत्सव में हिस्सा लेने का मौका मिलेगा। स्वादिष्ट भोजन का आनंद प्राप्त होगा। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। शत्रु पस्त होंगे। विवाद न करें। बेचैनी रहेगी।
सिंह : (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
कोई बुरी खबर प्राप्त हो सकती है। पारिवारिक चिंताएं रहेंगी। मेहनत अधिक तथा लाभ कम होगा। दूसरों से अपेक्षा न करें। व्यवसाय ठीक चलेगा। मातहतों का सहयोग नहीं मिलेगा। कुसंगति से बचें, हानि होगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। आय में निश्चितता रहेगी। प्रमाद न करें।
कन्या : (ढो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
मित्रों की सहायता कर पाएंगे। मेहनत का फल मिलेगा। मान-सम्मान मिलेगा। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। नौकरी में उच्चाधिकारी की प्रसन्नता रहेगी। नया उपक्रम प्रारंभ करने की योजना बनेगी। व्यापार मनोनुकूल लाभ देगा। समय अनुकूल है। प्रसन्नता रहेगी।
तुला : (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
दूर से अच्छी खबर प्राप्त हो सकती है। आत्मविश्वास बढ़ेगा। कोई बड़ा काम करने की योजना बनेगी। पराक्रम व प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। घर में अतिथियों पर व्यय होगा। किसी मांगलिक कार्य का आयोजन हो सकता है। व्यवसाय ठीक चलेगा। शत्रु शांत रहेंगे। प्रसन्नता रहेगी।
वृश्चिक : (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
प्रेम-प्रसंग में जल्दबाजी न करें। शारीरिक कष्ट से कार्य में रुकावट होगी। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। यात्रा मनोरंजक रहेगी। नौकरी में अनुकूलता रहेगी। लाभ में वृद्धि होगी। निवेश में जल्दबाजी न करें। पार्टनरों का सहयोग मिलेगा। जरूरी वस्तु गुम हो सकती है।
धनु : (ये, यो, भा, भी, भू, धा, फा, ढा, भे)
अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। यात्रा में जल्दबाजी न करें। चिंता तथा तनाव बने रहेंगे। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। स्वास्थ्य पर बड़ा खर्च हो सकता है। विवाद को बढ़ावा न दें। आय में कमी रहेगी। व्यवसाय की गति धीमी रहेगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। बेचैनी रहेगी।
मकर : (भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, गा, गी)
विवेक का प्रयोग लाभ में वृद्धि करेगा। कोई बड़ी बाधा से सामना हो सकता है। राजभय रहेगा। जल्दबाजी व विवाद करने से बचें। रुका हुआ धन मिल सकता है। व्यावसायिक यात्रा मनोनुकूल रहेगी। किसी अपने के व्यवहार से दु:ख होगा। नौकरी में उच्चाधिकारी का ध्यान खुद की तरफ खींच पाएंगे।
कुंभ : (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
समाजसेवा में रुझान रहेगा। प्रतिष्ठा बढ़ेगी। नई आर्थिक नीति बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। पुरानी व्याधि से परेशानी हो सकती है। नौकरी में प्रभाव बढ़ेगा। व्यापार वृद्धि होगी। ऐश्वर्य पर व्यय होगा। भाइयों का सहयोग मिलेगा। समय अनुकूल है। लाभ लें। प्रमाद न करें।
मीन : (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
राजकीय अवरोध दूर होंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। धर्म-कर्म में मन लगेगा। व्यापार मनोनुकूल चलेगा। नौकरी में सहकर्मी साथ देंगे। निवेश शुभ रहेगा। प्रभावशाली व्यक्तियों से परिचय होगा। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। प्रसन्नता रहेगी दिन मंगलमय एवं शुभ होगा।
।।आज का पंचांग।।
11 फरवरी 2022 शुक्रवार
तिथि- दशमी 1:51:33pm
पक्ष—–शुक्ल
नक्षत्र–मृगशीर्षा 7:36:am
योग–वैधृति 07:47:15pm
माह— माघ
चन्द्रराशि – वृषभ 5:04:pm
चन्द्रराशि मिथुन 5:04:42pm
सूर्य-राशि — मकर
रितु— बसंत
आयन उत्तरायण
संवत्सर — आनंद
विक्रम संवत–2078
शक संवत–1943
सूर्योदय 06:45:32am
सूर्यास्त 06:00:am
दिन काल 11:14:29am
रात्रीकाल 12:44:53pm
चंद्रोदय 1:20:44pm
चंद्रास्त 3:27:20am
सूर्योदय लग्न मकर 28°7′, 298°7′
सूर्य नक्षत्र–धनिष्ठा
चन्द्र नक्षत्र–मृगशीर्षा
आज जन्में बच्चों का नक्षत्र पद, चरण1
वे–मृगशीर्षा 10:17:am
वो-मृगशीर्षा 5:04:pm
का-मृगशीर्षा 11:50:am
की-मृगशीर्षा 6:36:20am
दिशा शूल-पश्चिम दिशा
सुभाषितानि
यस्य जीवन्ति धर्मेण पुत्रा मित्राणि बान्धवाः।
सफलं जीवितं तस्य नात्मार्थे को हि जीवति॥
अर्थात :-
जिसके सत्कर्म से पुत्र, मित्र और बंधु जीते हैं उसका जीवन सफल है अन्यथा अपने लिए कौन नहीं जीता “सब जीते हैं”
जोतिर्विद वास्तु दैवज्ञ
पंडित मनोज कृष्ण शास्त्री
9993874848