गाजीपुर बॉर्डर : किसानों के प्रतिनिधियों और सरकार के बीच आठवें दौर की वार्ता भी बेनतीजा रही। गाजीपुर बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसान नेताओं ने भी आगे की रणनीति बनाना शुरू कर दी है। बॉर्डर पर किसान नेता आज एक बैठक करेंगे। जिसमें दिल्ली से गांव के खेत खलियानों तक आंदोलन को बढ़ाने को लेकर चर्चा की जाएगी। भारतीय किसान यूनियन के उत्तरप्रदेश अध्यक्ष राजबीर सिंह जादौन ने बताया, “हमारी हर शाम एक अपने लोगों के साथ बैठक होती है और आज भी की जाएगी।”” इस आंदोलन में नए हालात बने हैं, उन सब स्थितियों पर चर्चा होगी और सरकार जो आंकलन कर रही है कि बहुत कम लोग आंदोलन में शामिल हैं। मेरा मानना है कि हिंदुस्तान के किसान पूरी तरह से आंदोलित हो गए हैं, लेकिन किसी कारणवश वो यहां तक नहीं आ पा रहे हैं।”
“सरकार उन्हें रोक रही है या पुलिस से रुकवा रही है, पूरी तरह से दबाब बनाया जा रहा है। अब हम इस तरह के कार्यक्रम बनाएंगे और सरकार को एहसास कराएंगे की दिल्ली से लेकर खेत खलियानों तक किसान आंदोलित है और वो वहीं से संदेश देंगे कि हम इस आंदोलन में शामिल हैं।” हालांकि इस बैठक के बाद रविवार को इसकी आधिकारिक रूप से घोषणा भी कर दी जाएगी।
दरअसल इस बैठक में इस बात पर भी चर्चा की जाएगी कि जो किसान यहां तक नहीं आ पा रहे हैं, वो वहीं रहकर किस तरह इस आंदोलन में शामिल हो सकते हैं। गाजीपुर बॉर्डर पर बैठे किसान नेताओं को लगता है कि सरकार अपने इरादे साफ कर चुकी है।दरअसल केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को उम्मीद है कि अगले दौर की बैठक में मसले का समाधान निकलेगा। अगले दौर की वार्ता के लिए 15 जनवरी को फिर आंदोलनकारी किसान संगठनों के नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों के बीच बैठक तय हुई है।