तारकेश कुमार ओझा खड़गपुर। धान-सुपारी-जूट-बादाम-हरी मिर्च सहित सभी कृषि फसलों के लाभकारी मूल्य सुनिश्चित करने, उर्वरक-बीज कीटनाशक-कृषि-बिजली की कीमतों में असामान्य वृद्धि को रोकने, नदियों और नहरों का पुनर्वास करके बाढ़ का स्थायी समाधान समेत तमाम मुद्दों पर भारत किसान और खेत मजदूर संगठन के दूसरे पूर्व मेदिनीपुर जिला सम्मेलन में विस्तार से चर्चा हुई। स्थानीय विद्यासागर हॉल, मेचेदा में आयोजित यह सम्मेलन असीम उत्साह के बीच संपन्न हुआ। सम्मेलन का कार्यक्रम शहीद खुदीराम भवन के सामने बनी शहीद बेदी पर माल्यार्पण के साथ शुरू हुआ।
सम्मेलन में जिले के 22 प्रखंडों के पांच सौ से अधिक किसान व कृषि श्रमिक प्रतिनिधि शामिल हुए। मुख्य भाषण संगठन के अखिल भारतीय महासचिव शंकर घोष ने दिया। अपने भाषण में शंकरबाबू ने जीवन के सभी क्षेत्रों के लोगों से इस संगठन के नेतृत्व में आंदोलन को मजबूत करने के लिए राज्य में किसान जीवन की विभिन्न ज्वलंत समस्याओं को हल करने के लिए केंद्रीय त्रिस्तरीय के खिलाफ ऐतिहासिक किसान आंदोलन की जीत से सीखने का आह्वान किया।
दिल्ली में लंबे चले कृषि आंदोलन से भी सीखने की अपील की गई। राज्य सचिव पंचानन प्रधान ने भी वक्तव्य रखा। सम्मेलन से, 35 सदस्यों की एक मजबूत जिला समिति का गठन किया गया, जिसमें उत्पल प्रधान अध्यक्ष और जगदीश साहू सचिव बनाए गए। सम्मेलन के उपलक्ष्य में शाम पांचमाथा मोड़ पर जनसभा का आयोजन किया गया।