Kolkata Hindi News, तारकेश कुमार ओझा
खड़गपुर : झाड़ग्राम में ‘झाड़ग्राम लाइफ लाइन सोसाइटी’ की पहल के तहत स्वामी विवेकानंद के जन्मदिन के अवसर पर नए साल की शुरुआत में मरणोपरांत नेत्रदान शिविर का आयोजन किया गया। यह महान प्रयास उन लोगों के लिए किया गया जो दुनिया की रोशनी से वंचित हैँ। कई वर्षों के प्रयासों के बाद, “पुनर्दृष्टि और आई” के सहयोग से लाइफ लाइन सोसायटी की पहल के तहत इस शिविर का आयोजन संभव हो सका। कार्यक्रम के आरंभ में सोसायटी की सचिव सुष्मिता मंडल ने शिविर के महत्व पर विस्तार से चर्चा की।
उन्होंने कहा, लोग जागरूक होंगे तभी कुछ लोगों की आंखों की रोशनी लौटाना संभव है। जैसे रक्त का कृत्रिम उत्पादन नहीं किया जा सकता, वैसे ही नेत्र कॉर्निया का उत्पादन नहीं किया जा सकता। मृत्यु के बाद नेत्र कॉर्निया का दान किया जाता है। इसलिए, मरणोपरांत नेत्र दान जीवित रहते हुए किया गया एक वादा है।
सुष्मिता मंडल ने कहा, “समाज के सभी अंधे लोगों के बारे में सोचते हुए अगर हम आगे आ सकें और सभी पूर्वाग्रहों को तोड़कर लोगों को समझा सकें, तो यह शिविर सार्थक है।” झाड़ग्राम नगर पालिका अध्यक्ष कविता घोष, वार्ड नंबर छह के पार्षद बिप्लब शीट, कोलकाता की सुजाता कारक, सोसायटी के अध्यक्ष जयंत गिरी और अन्य सदस्य वहां उपस्थित थे। इस अवसर पर 55 लोगों ने मरणोपरांत नेत्रदान के संकल्प पर हस्ताक्षर किये।
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