नयी दिल्ली। रसायन एवं उर्वरक मंत्री मनसुख मांडविया ने मंगलवार को राज्यसभा में कहा कि देशभर में जन औषधि केंद्रों से प्रतिदिन 20 लाख लोग दवाईयां खरीदते हैं जिससे उन्हें करोड़ों रुपए की बचत होती है। डॉ. मांडविया ने सदन में प्रश्नकाल के दौरान एक पूरक प्रश्न के उत्तर में कहा कि सस्ती और गुणवत्ता पूर्ण दवा उपलब्ध कराने के लिए प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र शुरु किये गये हैं।
फार्मेसी के अध्ययन में प्रमाणित व्यक्ति पांच लाख रुपए के निवेश से जन औषधि केंद्र खोल सकता है।जन औषधि केंद्रों पर बिकने वाली दवाई की कीमतों का 20 प्रतिशत केंद्र मालिक का हिस्सा होता है। उन्होंने कहा कि जन औषधि केंद्र में बिकने वाली दवाओं की कीमतें बहुत ही कम होती हैं।
जिससे कारण केंद्र मालिक की हिस्सेदारी कम होती है। इसलिए जन औषधि केंद्रों के मालिक को पांच लाख रुपए तक की वित्तीय सहायता दी जाती है। इसके अलावा महिलाओं को जन औषधि केंद्र खोलने के लिए विशेष वित्त मदद दी जाती है।