भावनानी के भाव : घर में बड़े बुजुर्ग जरूरी है

।।घर में बड़े बुजुर्ग जरूरी है।।
किशन सनमुखदास भावनानी

घर में बड़े बुजुर्ग जरूरी है
क्योंकि ये भगवान हैं
कुछ बुजुर्गों की
अजीब कहानी है।

हमने अपने जीवन में
सुख चैन रूपी बहुत
कुछ कमाया है
क्योंकि हमारे ऊपर
बुजुर्गों का साया है।

घर में बड़े बुजुर्ग जरूरी है
क्योंकि ये भगवान हैं
कुछ बुजुर्गों की
अजीब कहानी है।

ना खाने को रोटी
आंखों में बस पानी है
शरीर के हाथों हारे
यह मन के जवान हैं।

हम सब को समस्याओं
से बचाया है
जीवन में पूरा परिवार
सुख चैन पाया है।

जीवन में कभी ठोकर
नहीं खाया है
क्योंकि हमारे सिर पर
बुजुर्गों का साया है।

समाज में सम्मान दिलाया है
जीने का तरीका सिखाया है
जिम्मेदार नागरिक का पाठ पढ़ाया है
क्योंकि हमारे ऊपर बुजुर्गों का साया है।

एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी : संकलनकर्ता, लेखक, कवि, स्तंभकार, चिंतक, कानून लेखक, कर विशेषज्ञ

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