हावड़ा। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पश्चिम बंगाल के व्यवसायी शैलेश पांडे और उनके दो भाइयों अरविंद पांडे और रोहित पांडे से जुड़े ऋण जालसाजी घोटाले की समानांतर जांच शुरू कर दी है। कोलकाता पुलिस ने इस सप्ताह की शुरुआत में हावड़ा जिले के शिवपुर में शैलेश पांडे और अरविंद पांडे के आवासों पर छापेमारी और तलाशी अभियान चलाया था और भारी मात्रा में हीरे जड़ित सोने के आभूषणों के साथ लगभग 8 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की थी।
वहीं, शहर पुलिस ने शैलेश पांडे के दो बैंक खातों से 20 करोड़ रुपये की जमा राशि भी जब्त कर ली। तीनों पांडे भाई फिलहाल फरार हैं और उनके खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया गया है। अब, ईडी की नजर सालीश पांडे द्वारा टीपी ग्लोबल एफएक्स नामक एक संगठन के साथ रखे गए दो खातों में कुछ विदेशी मुद्रा लेनदेन पर है।
जो अनधिकृत इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर विदेशी मुद्रा लेनदेन में शामिल 34 संस्थाओं की सूची में है। भारतीय रिजर्व बैंक ने संस्थाओं की अलर्ट सूची भेजी है।अनुमान है कि शैलेश पांडे के इन दोनों खातों से 77 करोड़ रुपये का लेनदेन हुआ। शैलेश पांडे ने एक चार्टर्ड एकाउंटेंट होने का दावा किया और उसने लोगों से ऋण प्रस्तावों को मंजूरी दिलाने का वादा किया था।